लक्सर: उत्तरप्रदेश के हापुड़ में पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज और उत्तराखंड के काशीपुर समेत देहरादून में अधिवक्ताओं से बदसलूकी की घटनाओं के विरोध में प्रदेश भर के अधिवक्ता हड़ताल पर हैं. इसी कड़ी में लक्सर सिविल बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी आज उत्तराखंड बार काउंसिल के आह्वान पर तहसील मुख्यालय गेट पर प्रदर्शन किया है. जिससे तहसील मुख्यालय में पूरी तरह कामकाज ठप रहा.
वकीलों ने सरकार पर कार्रवाई न करने का लगाया आरोप:अधिवक्ताओं ने कहा कि घटना के कई दिन बीत जाने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. सरकार भी इन घटनाओं पर चुप्पी साधे नजर आ रही है. इससे साफ झलकता है कि पुलिस के खिलाफ सरकार कोई कार्रवाई नहीं करना चाहती है. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए मुख्य कड़ी होते हैं, इसलिए अधिवक्ताओं पर हमला करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए.
25 अगस्त को महिला वकील और सिपाही के बीच हुआ था विवाद:25 अगस्त दिन शुक्रवार को महिला वकील अपने पिता और दो लोगों के साथ हापुड़ से गाजियाबाद जा रही थी. आरोप है कि तभी गढ़ रोड के पास एक सिपाही की बाइक वकील की कार से टकरा गई. जिससे दोनों में कहासुनी हुई. सिपाही का आरोप था कि वह ड्यूटी पर थाने जा रहा था, तभी कार ने हार्न बजाया. जिससे कार को पास दे दिया गया, लेकिन महिला वकील समेत उसके साथियों ने मारपीट शुरू कर दी. सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने महिला वकील और उनके पिता के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था.
महिला अधिवक्ता का छेड़छाड़ और अभद्रता का आरोप:इस मामले में महिला अधिवक्ता का आरोप था कि सिपाही उन्हें तहसील चौपला से पहले अश्लील हरकतें करते हुए घूर रहा था और लगातार पीछा करने लगा. इसके बाद हुए विवाद में पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई करते हुए उनके और उनके परिवार पर झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया. मामले की जानकारी मिलते ही बड़ी तादाद में वकील कोतवाली में जुट गए. जिसके बाद पुलिस ने महिला वकील और उनके पिता को रिहा कर दिया.
प्रकरण को लेकर प्रदर्शन कर रहे वकीलों पर लाठीचार्ज:वकीलों की ओर से सीओ सिटी को ज्ञापन देकर FIR रद्द करने की मांग की गई थी. साथ ही हापुड़ बार एसोसिएशन के सैकड़ों सदस्यों ने 29 अगस्त को नेशनल हाईवे-9 पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू किया. तभी पुलिस अधिकारी वकीलों को समझाने का प्रयास कर रही थी. इसी बीच एक वकील ने महिला पुलिसकर्मी की नेम प्लेट नोच ली. जिससे हंगामा शुरू हो गया है. ऐसे में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया. इसके बाद 17 नामजद सहित 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ हंगामा, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का केस दर्ज किया गया.