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हरिद्वार से गजवा ए हिंद के दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार, यूपी एटीएस ने उत्तराखंड एसटीएफ की मदद से दबोचा

उत्तराखंड से बड़ी खबर है. उत्तर प्रदेश एटीएस ने उत्तराखंड एसटीएफ की मदद से हरिद्वार जिले से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया है कि ये संदिग्ध आतंकी गजवा-ए-हिंद आतंकी गिरोह के हैं.

Haridwar terrorist arrest
हरिद्वार से दो आतंकी गिरफ्तार

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Published : Oct 11, 2022, 10:47 AM IST

Updated : Oct 11, 2022, 11:23 AM IST

हरिद्वारःउत्तराखंड के हरिद्वार से गजवा-ए-हिंद आतंकी गिरोह के दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार हुए हैं. उत्तर प्रदेश एटीएस ने उत्तराखंड एसटीएफ की मदद से दोनों संदिग्ध आतंकियों को दबोचा है. उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने इसकी पुष्टि की है.

जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश एटीएस ने अभियान चलाकर पश्चिमी यूपी के सहारनपुर, शामली और उत्तराखंड से आठ आतंकियों को गिरफ्तार किया है. यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार की मानें तो यूपी एटीएस ने यह कार्रवाई इस साल मार्च और अगस्त महीने में भोपाल से एनआईए की ओर से दबोचे गए एक्यूआईएस व जेएमबी (जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश) के तीन आतंकियों से मिले इनपुट के आधार पर की. सहारनपुर से पकड़े गए आतंकियों के तार भोपाल से जुड़े थे. इसके आधार एटीएस ने भी सहारनपुर में छापा मारा था.

बताया जा रहा है कि एक्यूआईएस और जेएमबी भारत में गजवा-ए-हिंद के मंसूबे को पूरा करने के लिए अपना नेटवर्क बढ़ा रहा था. यूपी एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक, आतंकियों में सहारनपुर का लुकमान, कारी मुख्तार, कामिल, नवाजिश अंसारी और मो. अलीम है. जबकि, शामली का शहजाद नाम का आतंकी शामिल है. वहीं, उत्तराखंड का मुदस्सिर और हरिद्वार में छिपकर रह रहा बांग्लादेशी अलीनूर शामिल है. आतंकियों के पास से तमाम संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं.
ये भी पढ़ेंःयूपी एटीएस ने गिरफ्तार किए 8 संदिग्ध आतंकी, कई आतंकी संगठनों से कनेक्शन

यह सभी आतंकी आतंकवादी संगठन अलकायदा व जमाते मुजाहिद्दीन के लिए आतंकियों का नेटवर्क तैयार करने के लिए काम करते थे. आतंकवादियों का नेटवर्क तैयार करने के लिए या मदरसों को टारगेट करते थे. सभी आठों आतंकी भारतीय सीमा में घुसकर बॉर्डर के राज्य से पश्चिम बंगाल असम में कट्टरपंथी विचारधारा के लोगों को आतंकी बनने के लिए मोटिवेट करते थे और संगठन से जोड़ने का काम करते थे.

पुलिस से बचने के लिए करते थे मोबाइल ऐप का इस्तेमालःयह सभी आतंकी पुलिस व आतंकियों के खिलाफ काम करने वाली एजेंसियों से बचने के लिए खास तरीके के ऐप का इस्तेमाल करते थे. आपस में बातचीत करने के लिए कॉल करने के लिए इन्हीं ऐप का सहारा लिया जाता था. सभी आपस में फोन पर बात नहीं करते थे.

सहारनपुर को पनाहगार बना रहे आतंकी संगठनःबता दें कि सहारनपुर आतंकी गतिविधियों के चलते अक्सर चर्चाओं में रहता है. कभी सहारनपुर शहर से तो कभी फतवों की नगरी देवबंद से ISISI, अलकायदा, इंडियन मुजाहिद्दीन समेत कई आतंकी संगठनों से जुड़े आतंकी पकड़े गए हैं. फतवों की नगरी देवबंद में फर्जी पासपोर्ट, आधारकार्ड और अन्य दस्तावेजों के आधार पर संदिग्ध बांग्लादेशी और पाकिस्तानी आतंकी पकड़े जा चुके हैं. यही वजह है कि सीएम योगी ने देवबंद में ATS कमांडो सेंटर की स्थापना की है. बावजूद इसके आतंकी संगठनों से जुड़े संदिग्ध सहारनपुर को अपनी पनाहगार बना रहे हैं.

Last Updated : Oct 11, 2022, 11:23 AM IST

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