रुड़की: हर बार की तरह इस बार भी रुड़की नगर निगम की बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा हुआ. पार्षदों के दो गुटों में खूब बहसबाजी हुई. जिसकी वजह से 36 प्रस्ताव में से कुछ प्रस्ताव ही सर्वसम्मति से पास हुए. एक गुट के पार्षदों ने महापौर पर विकास कार्यों में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए हंगामा काटा. वहीं, कुछ पार्षदों ने मेयर के पक्ष में अपना मत रखा.
इस दौरान मेयर गौरव गोयल बोर्ड बैठक बीच में ही छोड़कर चले गए. हालांकि कुछ देर बाद ही मेयर वापस आए और बैठक सम्पन्न हुई. हंगामे के बीच सम्पन्न हुई बोर्ड बैठक में जो प्रस्ताव पास हुए, उनपर मेयर ने कहा कि शहर का विकास करना ही उनके लिए प्राथमिकता है, जो प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुए हैं, उनसे क्षेत्र का सर्वांगीण विकास किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा सभी पार्षदों को एकजुट करने के लिए वह पार्षदों के साथ बैठने को भी तैयार हैं, जिसके लिए दो दिन का समय दिया गया है.
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बता दें कि नगर निगम रुड़की की बोर्ड बैठक में 36 प्रस्ताव रखे गए थे, जिनमें मेयर विरोधी गुट के करीब दो दर्जन पार्षदों ने कुछ प्रस्ताव पर मुहर लगायी. जबकि अन्य प्रस्ताव पर असहमति जताते हुए रद्द कर दिए. जिस पर दोनों गुटों के पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ. तीखी नोकझोंक के बीच सहमति और असहमति वाले प्रस्ताव पत्र नगर आयुक्त को सौंपा गया.
वहीं विरोधी गुट के पार्षदों ने मेयर गौरव गोयल पर क्षेत्र की समस्याओं को अनदेखा करने का आरोप लगाया. साथ ही विकास कार्यों को बाधित करने का भी आरोप लगाया है. वहीं, मेयर गौरव गोयल ने कहा कि निगम के पूर्व अधिकारी कुछ पार्षदों को ठेकेदार बनाकर, उन्हें लाभ पहुंचा कर उनकी आदत खराब कर गए हैं. पार्षदों को ठेकेदार नहीं बनने दिया जाएगा. उन्होंने पार्षदों को प्रतिनिधि के रूप में काम करने की हिदायत दी.