रुड़की: ऊर्जा निगम के लिए बकाया बिजली बिल वसूल करना एक चुनौती बन गया है. दरअसल मार्च वित्तीय महीना होता है, जिसमें सभी विभाग बकाया वसूली करते हैं. लेकिन कोरोना महामारी के चलते देश में 22 मार्च से लॉकडाउन होने की वजह से ऊर्जा निगम अपने उपभोक्ताओं से बिजली का बकाया वसूल नहीं कर पाया है. इससे मार्च महीने में करीब 50 करोड़ का नुकसान हुआ है.
बकाया बिजली बिल ऊर्जा निगम के लिए बने सिरदर्द, 50 करोड़ का नुकसान
ऊर्जा निगम के लिए बकाया बिजली बिल वसूली अब एक चुनौती से कम नहीं है. वजह ये है कि बीते 22 मार्च से देशभर में कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन लागू है. इससे ऊर्जा निगम अपने उपभोक्ताओं से बिजली का बकाया वसूल नहीं कर पाया और उसे करोड़ों का नुकसान हुआ है.
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वहीं, ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता चन्द्र शेखर त्रिपाठी का कहना है कि कोरोना के चलते बिजली बिल वसूलने के लिए हम गांवों में नहीं जा पा रहे थे. इसलिए वसूली में थोड़ा बहुत परेशानी हुई है. लेकिन मई महीने में एक बार फिर से वसूली का अभियान शुरू कर दिया गया था. साथ ही कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार ही काम किया जा रहा है. वहीं, लॉकडाउन में बिजली चोरी की भी शिकायतें मिली हैं. अब धीरे-धीरे सभी चीजें सामान्य होती नजर आ रही हैं. विभाग जल्द ही अपना लक्ष्य भी पूरा कर लेगा.