हरिद्वार: एक दिवसीय दौरे पर हरिद्वार पहुंचे केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगवालर को सीसीआर भवन में जिला प्रशासन और कुंभ मेले के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने हरिद्वार महाकुंभ 2021 के लिए हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा की. हरकी पैड़ी के सौंदर्यीकरण के बजट को रोडी और बेलवाला में खर्च करने पर सख्त नाराजगी जताई. इसको लेकर उन्होंने कार्यदायी संस्था यूपीडीसीसी के अधिकारियों को फटकार भी लगाई.
कुंभ की समीक्षा बैठक में मंत्री निशंक हुए नाराज. उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि हरकी पैड़ी पर होने वाली मां गंगा की आरती एक लाख लोग रोजाना देख सकें. लेकिन यहां पर तो इतनी लापरवाही बरती जा रही है कि जो पैसा हरकी पैड़ी के सौंदर्यीकरण आया है, उसे कहीं और लगाया जा रहा है. ऐसा क्यों हो रहा है वो सब जानते है. लेकिन इस बैठक में वो खुलेआम बहस नहीं करना चाहते है. डीपीआर की जानकारी जिलाधिकारी, मेलाधिकारी और खुद उन्हें भी नहीं है. उन्होंने दोबारा से बैठक कर नए सिरे से हरकी पैड़ी के सौंदर्यीकरण का काम शुरू करने ने निर्देश दिए है.
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वहीं केंद्रीय मंत्री निशंक ने हरिद्वार में यूपीसीएल द्वारा डाली गई अंदर ग्राउंड विद्युत लाइन के बाद खुदी हुई सड़कों पर भी नाराजगी जाहिर की. इस मामले में उन्होंने हरिद्वार जिलाधिकारी को संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए है. इसके साथ ही उन्होंने मोतीचूर के पास अंडरपास का निर्माण न होने पर एनएचएआई के अधिकारियों को कल ही कार्य शुरू करने का निर्देश भी दिया.
बैठक में बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के कार्यों की समीक्षा की गई थी. काफी कार्य हो रहे हैं. इस वक्त काफी परिस्थितियां बदली हुई हैं और कुंभ की तैयारी पूरी हो रही है. कुंभ अच्छा होगा. वहीं जब उनसे कुंभ मेले के कामों को लेकर नाराजगी के बारे में पूछा गया तो वे कन्नी काटते हुए नजर आए. उन्होंने कहा की कोई नाराजगी नहीं है. कुंभ कार्यों की समीक्षा करने का मतबल नाराजगी नहीं होता है.
बता दें कि हरकी पैड़ी के सौंदर्यीकरण के लिए इंडियन ऑयल ने 35 करोड़ रुपए अपने सीएसआर फंड से दिए थे. लेकिन वेपकोस, एनएमसीजी और नमामि गंगे के अधिकारियों ने डीपीआर तैयार करके इस बजट से रोडी और बेलवाला में सौंदर्यीकरण का काम शुरू करवा दिया. मंत्री निशंक ने इस पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए हरिद्वार जिलाधिकारी को निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश भी दिया था. एक बार फिर से मंत्री निशंक ने इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई.