हरिद्वार: पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती की गुरु बहन सुभद्रा मां श्री रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में ब्रह्मलीन हो गईं. सुभद्रा मां 89 वर्ष की थी और वे कई वर्षों तक हिमालय क्षेत्र के तपोवन में कठोर तपस्या करती रहीं. देर शाम 7:30 बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती रामकृष्ण मिशन अस्पताल पहुंची और गुरु बहन सुभद्रा मां के पार्थिक देह देख रो पड़ीं. इस दौरान उमा भारती अपनी गुरु बहन के चेहरे को निहारती रहीं.
उमा भारती कर्नाटक के उडुपी के पेजावर मठ के पीठाधीश्वर स्वामी विश्वेश्वर तीर्थ की शिष्या हैं और उन्होंने सुभद्रा मां से ही शिक्षा-दीक्षा ली थी. मां सुभद्रा उमा भारती की बड़ी गुरु बहन थी, जो उन्हें बहुत प्यार-दुलार करती थी. सुभद्रा मां का संन्यासी पूर्व नाम वारिजा था और वे मूल रूप से कर्नाटक के उडुपी की रहने वाली थीं. संन्यास दीक्षा के बाद वे हिमालय भ्रमण में आईं और यहीं की होकर रह गईं.