रुड़की: नगर में राष्ट्रीय जल संस्थान विज्ञान का दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का समापन हो गया. जिसमें ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और डेनमार्क के कई विशेषज्ञों ने शिरकत की. वहीं, इस कार्यशाला में केंद्रीय राज्यमंत्री रत्न लाल कटारिया ने भी भाग लिया.
बता दें कि इस कार्यशाला का उद्देश्य जल संरक्षण को लेकर मंथन था. ताकी भविष्य में जल संकट को दूर किया जा सके. इस दौरान विज्ञानिकों ने अपने शोध पत्रों के माध्यम से बताया कि आने वाले समय में किस तरह से जल संरक्षण किया जा सकता है.
वहीं, इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री रत्न लाल कटारिया ने कहा कि साल 2050 तक भारत की कुल जनसंख्या शहरों और गांवों में बराबर हो जाएगी. ऐसे में पानी की मांग भी तेजी से बढ़ेगी.