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चिन्मयानंद और राम मंदिर पर CM त्रिवेंद्र का बयान, कोर्ट के फैसले को स्वीकार करना चाहिए

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चिन्मयानंद की गिरफ्तारी पर बयान देते हुए कहा कि न्यायालय जो फैसला करेगा, उसे स्वीकार करना चाहिए. साथ ही राम मंदिर मुद्दे पर कहा कि राम मंदिर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला ले उसे पूरे देश को मानना चाहिए.

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Published : Sep 20, 2019, 9:16 PM IST

हरिद्वारःधर्मनगरी के योगपीठ में दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकर्ता बैठक शुरू हो गया है. बतौर मुख्य अतिथि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कार्यक्रम में शिरकत की. जहां पर उन्होंने अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया. वहीं, सीएम त्रिवेंद्र ने चिन्मयानंद की गिरफ्तारी पर कहा कि न्यायालय जो फैसला करेगा, उसे स्वीकार करना चाहिए. साथ ही राम मंदिर मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि राम जन्म स्थान को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए.

चिन्मयानंद और राम मंदिर पर CM त्रिवेंद्र का बयान.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कहा कि अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम संस्था आदिवासियों के लिए कार्य करती है. यह संस्था आरएसएस की सहयोगी संस्था है. बैठक में देशभर से कई कार्यकर्ता पहुंचे हैं. साथ ही कहा कि सभी कार्यकर्ताओं ने देश के उपेक्षित क्षेत्रों में अपना सर्वस्व न्योछावर किया है. साथ ही आदिवासियों को देश की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है.

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पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि ये कानूनी मसला है. ऐसे में उन्हें न्यायालय की शरण में जाना चाहिए और न्यायालय जो भी फैसला दे, उसे स्वीकार करना चाहिए. वहीं, राम मंदिर मुद्दे को लेकर सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि राम भारत की आत्मा है और जन्म स्थान को लेकर काफी विवाद हो रहा है. जो उचित नहीं है.

राम जन्मभूमि का मामला न्यायालय में विचाराधीन है. ऐसे में न्यायालय जो भी निर्णय ले, उसे पूरे देश को स्वीकार करना चाहिए. वहीं, राम मंदिर के जल्द निर्माण के सवाल पर कहा कि सभी को न्यायालय के निर्णय की प्रतीक्षा करनी चाहिए. साथ ही कहा कि राम मंदिर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला ले उसे पूरे देश को मानना चाहिए.

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