चारधाम यात्रा को लेकर हरिद्वार के ट्रैवल्स व्यवसायी परेशान हरिद्वार: चारधाम यात्रा 2023 को शुरू होने में मात्र 4 दिन शेष बचे हैं. जिसको लेकर जहां एक ओर सरकार द्वारा कई दावे किए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ चारधाम यात्रा से जुड़े ट्रैवल्स व्यवसायी सरकार द्वारा चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमित किये जाने से परेशान हैं. उनका कहना है कि संख्या सीमित करने से आने वाले श्रद्धालुओं को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के ऑनलाइन पंजीकरण के साथ साथ ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी की जानी चाहिए. वहीं चारधाम यात्रा पर मुख्यमंत्री का कहना है कि उत्तराखंड आने वाले हर श्रद्धालु को चारधाम में दर्शन कराए जाएंगे. जो गाइडलाइंस हैं, उस पर पुनः विचार किया जाएगा ताकि आने वाले सभी श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा सकें.
श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने से परेशान हैं ट्रैवल एजेंट:आगामी 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा 2023 का आगाज होने जा रहा है. इसको लेकर सरकार की ओर से सभी तैयारियां कर ली गई हैं. सरकारी आंकड़ों की बात करें तो अभी तक चारधाम यात्रा पर आने के लिए 16 लाख श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करा लिया है. लेकिन चारधाम यात्रा से जुड़े ट्रैवल्स व्यवसायी सरकार द्वारा चारधाम यात्रा को लेकर ऑनलाइन पंजीकरण में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित किये जाने से निराश हैं. इस विषय पर हरिद्वार के ट्रैवल्स व्यवसायी आशुतोष शर्मा का कहना है कि इस वर्ष भी उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में आने के लिए श्रद्धालुओं में खास उत्साह देखने को मिल रहा है. लेकिन सरकार की तरफ से ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही चारधाम के दर्शन कराए जाने के नियम के चलते बहुत से श्रद्धालुओं को निराशा हो रही है.
ट्रैवल व्यवसायी हैं निराश: हरिद्वार के ट्रैवल्स व्यवसायी अभिषेक अहलुवालिया और विजय शुक्ला का कहना है कि सरकार द्वारा चारधामों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित किये जाने से जहां एक ओर ट्रैवल्स व्यवसायियों को दिक्कतें हो रही है तो वहीं चारधाम यात्रा में उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं के सामने भी बहुत दिक्कतें आ रही हैं. किसी को ट्रेन में रिजर्वेशन अलग तरीखों के मिल रहे हैं तो वहीं चारधाम के लिए स्लॉट अलग तारीखों के वो भी केवल 2 धामों में ही मिल पा रहे. जिस कारण चारधाम यात्रा के लिये आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या उतनी नहीं है, जितनी की अपेक्षा की जा रही थी. जिससे चारधाम यात्रा से जुड़े व्यवसायियों को भी बहुत निराशा हो रही है.
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गाइडलाइन्स पर किया जाएगा पुन: विचार:उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि सरकार जल्द ही ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी करे, ताकि आने वाले श्रद्धालु असुविधा से बच सकें. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस पर सकारात्मक रुख दिखाया गया है. उन्हें आशा है कि सरकार द्वारा जल्द ही तय की गई संख्या को बढ़ाया जाएगा. वहीं दूसरी ओर चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिये पंजीकरण कराया है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हर उस श्रद्धालु को चारधाम में दर्शन कराएगी जो उत्तराखंड आएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार सीमित संख्या को लेकर बनाई गई गाइडलाइंस पर भी पुनः विचार करने जा रही है. ताकि उत्तराखंड आने वाले हर श्रद्धालु को चारधाम में दर्शन कराए जा सकें और चारधाम यात्रा से जुड़े व्यवसायियों को भी दिक्कतें ना हों.