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हरिद्वार नगर निगम: उतार-चढ़ाव भरा रहा एक साल, काम कम राजनीति हुई ज्यादा

हरिद्वार नगर निगम की नई सरकार को एक साल हो गया है. इस एक साल में हरिद्वार नगर निगम राजनीति का अखाड़ा बना रहा. जिससे विकास की रफ्तार कम हुई, इसके लिए दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप मढ़ते दिखाई दिए.

हरिद्वार नगर निगम.

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Published : Nov 23, 2019, 9:45 AM IST

Updated : Nov 23, 2019, 10:29 AM IST

हरिद्वार: नगर निगम हरिद्वार की नई सरकार बने एक साल हो गया है. इस एक साल में नगर निगम ने कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं. भले ही सफाई के लिए मेयर पति नाले में उतरे हो या मुंडन करवाना हो. लेकिन जनता सारी हकीकत से रूबरू है. इस बीच दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप मढ़ते भी दिखे गए. इस एक साल में नगर निगम ने धर्मनगरी की कितनी तस्वीर बदली पेश है रिपोर्ट...

हरिद्वार नगर निगम का उतार-चढ़ाव भरा रहा एक साल.

मेयर बनने से पहले अनीता शर्मा ने कई आश्वासन दिए थे. अनीता शर्मा का कहना था कि वे मेयर बनने के बाद हरिद्वार को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने के लिए प्रयास करेंगी. सड़क, बिजली और साफ-सफाई को अपनी प्रमुखा बताने वाली कांग्रेस मेयर का कहना है कि उनके साथ गलत हो रहा है. उन्होंने बीजेपी पर मनमानी और विकास कार्य प्रभावित करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, एक महिला की कोई नहीं सुन रहा है. उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का भी पालन नहीं हो रहा. जिससे विकास कार्यों को गति नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा कि नगर की साफ-सफाई उनकी प्रमुखा में रहा है जिसके लिए उनके पति भी आगे आते रहे हैं.

मेयर का कहना है कि बीजेपी पार्षद हमेशा बदसलूकी पर उतारू हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी राजनीति से बचना चाहिए, जिस कारण विकास कार्य बाधित होते हैं. सभी को विकास कार्यों के लिए आगे आना चाहिए और साथ देना चाहिए. बीजेपी पार्षद हमेशा भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं जिससे निगम बैठक सफल नहीं हो पाती है.

वहीं मेयर पति व कांग्रेस नेता अशोक शर्मा का कहना डबल इंजन की सरकार ने निगम को एक जेई तक नहीं दिया. हरिद्वार नगर निगम पर 18 करोड़ की देनदारी है वो भी इस सरकार से नहीं दी जा रही है. मेयर द्वारा दिए गए आदेशों को अनसुना किया जाता है. अधिकारियों द्वारा लिखित में पत्र देने के बाद बाद भी अधिकारियों द्वारा जवाब नहीं दिया जाता है. अशोक शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब शहरी विकास मंत्री व हरिद्वार विधायक मदन कौशिक की शह पर होता है.

वहीं भाजपा जिला महामंत्री विकास तिवारी का कहना है की एक साल होने के बाद भी जनता की अपेक्षाएं जो हरिद्वार महापौर से रही हैं, उसमें महापौर अनीता शर्मा विफल साबित हुई हैं. उसका कारण यह है कि मेयर पति छोटी-छोटी चीजों को लेकर राजनीति करते हैं. भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह विकास को समर्पित है. साथ ही मेयर को सहयोग देने को भी तैयार हैं, लेकिन मेयर पति केवल राजनीति करते हैं और जनता में गलत संदेश देने की कोशिश करते रहते हैं. वे हमेशा सरकार पर गलत आरोप लगाते रहते हैं, जो निराधार है.

वहीं जब इस मुद्दे पर आम लोगों का कहना है कि मेयर के काम से तो वे तब संतुष्ट होंगे जब कुछ काम करेंगी. प्रदेश और केंद्र में बीजेपी की सरकार है. शहरी विकास मंत्री जो कि हरिद्वार से हैं वह भी बीजेपी के हैं जब तक बीजेपी इनको सपोर्ट नहीं करेगी तो वह किस तरह कार्य करेंगी.

वहीं समाजसेवी जेपी बडोनी का कहना है कि हरिद्वार नगर निगम दूसरे प्रतिपक्ष का है.

Last Updated : Nov 23, 2019, 10:29 AM IST

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