लक्सर: डूंगरपुर गांव स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में आठ वर्षीय छात्र को अध्यापक द्वारा बेल्ट से पीटने का मामला सामने आया है. आरोप है कि अनुसूचित जाति होने के कारण छात्र से शिक्षक भेदभाव करता था. मामले में आक्रोशित परिजनों से रायसी चौकी में तहरीर दी है. तहरीर के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है. वही, मामले का संज्ञान बीआरसी कार्यालय ने लिया है.
बता दें कि लक्सर क्षेत्र के गांव डूंगरपुर में राजकीय प्राथमिक विद्यालय है. जिसमे गांव के ही चंद्र किरण अध्यापक है. जिस पर 8वीं कक्षा के अनुसूचित जाति के छात्र को बेल्ट से पीटने का आरोप लगा है. अध्यापक द्वारा बेल्ट से पीटे जाने की वजह छात्र के शरीर पर गहरे निशान बन गए है. ग्रामीणों ने बताया अध्यापक चंद्र किरण डूंगरपुर गांव का ही निवासी है. उन्होंने आरोप लगाया कि चंद्र किरण अनुसूचित जाति के बच्चों से भेदभाव रखता है. साथ ही उनकी पढ़ाई पर भी कोई ध्यान नहीं देता है.
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ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी अध्यापक चंद्र किरण द्वारा अनुसूचित जाति के बच्चों के साथ भेदभाव करने और उन्हें पीटने के मामले हो चुके हैं. जिसके डर से बच्चों ने पढ़ाई छोड़ दी और स्कूल जाना बंद कर दिया है. मामले में पीड़ित छात्र के परिजनों ने कहा पहले भी उनके बड़े बेटे से मारपीट की गई है. जिसके कारण उसने स्कूल जाना बंद कर दिया है. मामले में पीड़ित बच्चे के परिजनों ने रायसी चौकी में तहरीर दी है.
रायसी चौकी प्रभारी प्रवीन बिष्ट ने बताया बच्चे को पीटने के मामले में तहरीर प्राप्त हुई है. मामले में जांच की जा रही है. जैसे ही तथ्य सामने आते हैं, उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, बीआरसी कार्यालय प्रभारी राजवीर सिंह ने कहा मामला उनके संज्ञान में आया है. मामले की जांच की जा रही है. जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
वही आरोपी अध्यापक चंद्र किरण का कहना है कि उस पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं. बच्चों का बाहर झगड़ा हो रहा था, जिसको समझाने के लिए उसने सिर्फ बच्चों को डराया गया है न कि उसकी पिटाई की गई है. सिर्फ मामले को तूल दिया जा रहा है.