हरिद्वार: 14 जनवरी को मकर संक्रांति का स्नान है. पूर्व में जब भी कुंभ का आयोजन हुआ है, मकर संक्रांति का स्नान कुंभ का पहला पर्व स्नान रहा है, लेकिन इस बार प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक नोटिफिकेशन जारी न किये जाने से यह एक पर्व स्नान के रूप में मनाया जा रहा है. जिसके लिए जहां एक ओर जिला प्रशासन ने तैयारी की है. वहीं, कुंभ प्राधिकरण भी इसे अपनी तैयारी के तौर पर ले रहा है.
कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने अधिकारियों की ब्रीफिंग. मकर संक्रांति के स्नान पर श्रद्धालुओं को हरिद्वार आमंत्रित करने के लिए गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने अपील की है. उन्होंने कहा है कि वे साफ करना चाहते है कि मकर संक्रांति के स्नान पर किसी तरह की पाबंदी नहीं लगाई गई है. श्रद्धालु हरिद्वार आएं और बेझिझक गंगा में स्नान करें.
उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 को लेकर जो एसओपी जारी की गई है. वह केवल प्रशासन की ओर से सलाह मात्र है कि अगर श्रद्धालु हरिद्वार आतें हुए कोविड का टेस्ट करा कर आएं तो बेहतर होगा. हरिद्वार आने के लिए किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है. इसलिये श्रद्धालु धर्म नगरी हरिद्वार आये और मकर संक्रांति का स्नान करें.
गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ की श्रद्धालुओं से अपील. पढ़ें- काशीपुर: सोशल मीडिया में हिंदू देवी-देवताओं की आपत्तिजनक पोस्ट पर भड़के हिंदूवादी संगठन
कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने अधिकारियों की ब्रीफिंग
मकर संक्रांति का स्नान हरिद्वार में कुंभ मेला पुलिस के लिए पहली चुनौती होगा. मकर संक्रांति का स्नान साल 2021 का पहला गंगा स्नान होने जा रहा है, इसके लिए कुंभ मेला पुलिस ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. आज हरिद्वार के भल्ला इंटर कॉलेज स्टेडियम में मकर संक्रांति गंगा स्नान की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की ब्रीफिंग की गई.
आईजी संजय गुंज्याल ने पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के दौरान किसी भी तरह की ढिलाई न बरतने के निर्देश दिए हैं. आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि मकर संक्रांति गंगा स्नान को पुलिस कुंभ मेले के शाही स्नानों के रिहर्सल के रूप में देख रही है. इससे ड्यूटी में लगे पुलिस बल को अनुभव मिलेगा और कुंभ मेले के दौरान शाही स्नान में वे बेहतर समन्वय बनाकर अपनी ड्यूटी कर सकेंगे. बुधवार शाम से ही सभी ड्यूटीज शुरू हो जाएंगी और मकर संक्रांति स्नान के लिए बनाया गया ट्रैफिक प्लान भी लागू हो जाएगा. मेले में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए एनएसजी, एसएसबी, सीआरपीएफ और बीएसएफ जैसे सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.