हरिद्वार:अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को होने वाली भूमि पूजन को लेकर जगह-जगह के पवित्र स्थलों की मिट्टी और जल भेजा जा रहा है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और हरिद्वार स्थित आश्रम अखंड परमधाम युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज भी चारों धामों की मिट्टी और पवित्र सरोवर का जल लेकर अयोध्या के लिए रवाना हुए हैं.
बता दें कि, युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज रविवार को हरिद्वार से चार धामों गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ गोमुख की मिट्टी और गंगा भागीरथी, अलकनंदा, सरस्वती, मंदाकिनी, पिंडर महाकाली नदी और हेमकुंड साहिब के पवित्र सरोवर का जल लेकर अयोध्या रवाना हुए हैं. इस अवसर पर नदियों के जल और मिट्टी की पूजा अर्चना की गई. साथ ही आरती उतारी गई.
युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज ने कहा कि वह अपने साथ उत्तराखंड की सभी पवित्र नदियों का जल, चारों धामों की मिट्टी और मानसरोवर से लाए गए कंकर पत्थर लेकर अयोध्या जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे आराध्य से जुड़ा हुआ विवाद था जो लंबे समय के बाद हल हुआ है. राम मंदिर निर्माण में हरिद्वार ने मुख्य भुमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि हरिद्वार में जितनी भी बैठक हुई है उसने हरिद्वार के अखाड़े, संत धर्म संसद में रहे और मार्गदर्शक मंडल की बैठक में इन सभी संतों की राम मंदिर निर्माण में बड़ी भूमिका रही है.
राम मंदिर भूमि पूजन के बाद संत समाज जल मंदिर निर्माण होने की उम्मीद कर रहा है. इसको लेकर परमानंद गिरि महाराज ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण तीन साल में पूरा हो जाएगा. क्योंकि मंदिर निर्माण के लिए सोमपूरा के कारीगर कार्य कर रहे हैं. यह न हमारा विषय है और न ही राजनीति का. अगर मंदिर निर्माण में राजनीति के कारण हीलाहवाली देखने को मिली तो हम इसका विरोध करेंगे. अब हम मंदिर निर्माण में देरी होते नहीं देखना चाहते हैं और न ही चुनाव का इंतजार करना है.