लक्सर:सहकारी गन्ना विकास समिति में खाद और कीटनाशकों के वितरण में घोटाला मामले में प्रशासनिक जांच में तत्कालीन सुपरवाइजर की भूमिका सामने आई है. एसडीएम ने सुपरवाइजर के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है.
बता दें कि बीते जून महीने में सहकारी गन्ना विकास समिति के रायसी गोदाम में 21 लाख 11 हजार 770 रूपये का खाद और कीटनाशक घोटाला सामने आया था. डीसीओ की प्रारंभिक जांच में उस समय तैनात रहे सुपरवाइजर अनिल कुमार राठी की भूमिका गबन में सामने आई थी. डीसीओ के आदेश पर आरोपित सुपरवाइजर अनिल कुमार राठी के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था. मामले में शिकायत पर जिलाधिकारी ने भी एसडीएम पूरण सिंह राणा के नेतृत्व में एक तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी. घोटाले की जांच पूरी कर कमेटी ने अब रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी है.
एसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि सुपरवाइजर के पास उस समय रायसी गोदाम का चार्ज था. इस दौरान उसने किसानों को बहला-फुसलाकर उनकी चेकबुक ले ली. किसानों की चेकबुक पर गोदाम से खाद व कीटनाशकों का गबन किया गया. जांच के दौरान इसकी पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी सुपरवाइजर के खिलाफ शिकायतें मिली हैं. कमेटी ने आरोपित सुपरवाइजर के खिलाफ उत्तराखंड सरकारी सेवक 'अनुशासन और अपील, नियमावली 2003' के तहत विभागीय कार्रवाई किए जाने की संस्तुति भी रिपोर्ट में की है. जांच कमेटी में नगर पालिका के ईओ गौहर हयात और कृषि विभाग के लक्सर ब्लॉक प्रभारी शेरपाल शामिल थे.
किसान संघर्ष समिति ने तीन सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा
लक्सर में खादर किसान संघर्ष समिति ने 3 सूत्रीय मांगों को लेकर उप जिलाधिकारी पूरन सिंह राणा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. उन्होंने बताया कि सरकार से मांग करते हैं जो किसानों के लिए एमपीसी बिल लागू किया गया है. उसी के तहत किसानों की फसलों की खरीद की जाए. जो मजदूर लॉकडाउन के समय में कारखानों से निकाल दिए गए हैं उनको वापस काम पर रखा जाए.
किसान संघर्ष समिति ने SDM को सौंपा ज्ञापन