देहरादून: तीर्थनगरी हरिद्वार में महाकुंभ-2021 को लेकर राज्य सरकार की तैयारियां जोरों पर हैं. महाकुंभ के भव्य आयोजन को लेकर कई बार मंथन किया जा चुका है. जिसके तहत कई स्थाई और अस्थाई कार्यों को स्वीकृतियां भी दी जा चुकी हैं. लेकिन कई कार्यों की शुरुआत के लिए टेंडर प्रक्रिया का होना बाकि है.
जानकारी देते मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत. हरिद्वार में होने वाले विश्न प्रसिद्ध महाकुंभ में तैयारियों के मद्देनजर बेहद कम समय बचा है. लेकिन महाकुंभ को लेकर तमाम स्थायी और अस्थायी काम किए जाने हैं. ऐसे में सरकार के सामने सभी निर्माण कार्यों को तय समय पर पूरा करना एक बड़ी चुनौती है. हालांकि कई कामों की स्वीकृतियां पहले ही हो चुकी हैं. इसके साथ ही कुछ स्वीकृतियों के लिए धनराशि भी जारी की जा चुकी है.
वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ के लिए केंद्र से पूरा बजट मिल चुका है. उन्होंने बताया कि अब जितने भी स्थायी नेचर के काम हैं उनके टेंडर कराए जाएंगे. महाकुम्भ मेला शुरू होने तक सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे.
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स्वीकृति कार्यों के लिए जारी की गई धनराशि.
- हरिद्वार में प्रेमनगर आश्रम के पास स्नान घाट बनाने के लिए पहली किश्त के तौर पर 80 लाख रुपए जारी किए गए हैं.
- कांगड़ी में घाट निर्माण के लिए पहली किश्त के तौर पर 32.12 लाख रुपए जारी किए गए हैं.
- लालजीवाला में आरसीसी इनफील्ट्रेशन वेल के लिए पहली किस्त के तहत 50 लाख रुपए की धनराशि जारी की गयी है.
- रामघाट के पास स्नान घाट बनाने के लिए राज्य सरकार ने पहली किश्त के तहत 102 लाख रुपये जारी किए है.
- सतीदीप में आरसीसी इनफील्ट्रेशन वेल के लिए पहली किश्त के तहत 50 लाख रुपए की धनराशि जारी की गयी है.
- गौरीशंकर द्वीप में आरसीसी इनफील्ट्रेशन वेल के लिए पहली किस्त के तहत 99 लाख रुपए की धनराशि जारी की गयी है.