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पीएम मोदी के आह्वान पर 'आत्मनिर्भर' बने शुभम, दे रहे रोजगार

पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान पर हरिद्वार के शुभम अग्रवाल ने अपना मशरूम प्लांट खोला. अब शुभम खुद तो मुनाफा कमा ही रहे हैं, अपने क्षेत्र के लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं.

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पीएम के आह्वान पर 'आत्मनिर्भर' बने शुभम

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Published : Sep 26, 2020, 12:20 PM IST

Updated : Sep 26, 2020, 1:32 PM IST

हरिद्वार: जहां एक ओर पूरा विश्व इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है वहीं, भारत में भी इसका व्यापक असर देखने को मिला रहा है. आम जनता के साथ ही देश की आर्थिकी को बड़ा झटका लगा है. इसकी वजह से लाखों युवा बेरोजगार हैं. इसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया था. इसी आह्वान पर हरिद्वार निवासी शुभम अग्रवाल ने आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत मशरूम प्लांट की स्थापना की है. इससे ना सिर्फ शुभम को रोजगार मिला, बल्कि उन्हें मुनाफा भी होने लगा है.

पीएम के आह्वान पर 'आत्मनिर्भर' बने शुभम

हरिद्वार के रहने वाले शुभम अग्रवाल के पिता का ड्राई-क्लीनिंग का बिजनेस है. लेकिन पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान से शुभम इतने प्रेरित हुए कि उन्होंने खुद का मशरूम प्लांट शुरू किया है. अब शुभम को मशरूम प्लांट से काफी अच्छी कमाई होनी शुरू हो गई है. इससे शुभम खुद तो मुनाफा कमा ही रहे हैं साथ ही कई लोगों को रोजगार भी प्रदान कर रहे हैं.

हरिद्वार में लगाया मशरूम प्लांट

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शुभम अग्रवाल बताते हैं कि पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने से प्रेरित होकर उन्होंने यह व्यवसाय शुरू किया है. उन्होंने यह काम एक कमरे से शुरू किया था, जो कि अब कई स्क्वायर फीट जमीन में किया जा रहा है. शुरुआत में शुभम यह कार्य केवल सर्दियों के मौसम में ही किया करते थे, लेकिन अब 12 माह यह कार्य कर रहे हैं. इससे शुभम को अच्छा मुनाफा हो रहा है.

मुनाफे की खेती मशरूम

इतना ही नहीं शुभम ने कई लोगों को इस प्लांट के जरिए रोजगार भी दिया है. शुभम ने बताया कि उनके पिता का ड्राई क्लीनिंग का बिजनेस था. इसे उन्होंने 4 से 5 साल चलाया. लेकिन कुछ अलग करने की चाह उन्हें इस क्षेत्र में ले आयी. पीएम के विजन को देखते हुए शुभम ने यह व्यवसाय शुरू किया, जिसकी अब काफी प्रशंसा हो रही है. इसके साथ ही शुभम अग्रवाल अब इस व्यवसाय के प्रति इच्छुक लोगों को ट्रेनिंग भी मुहैया कराते हैं. जिससे वह भी अपना रोजगार प्रारंभ कर सकें.

मशरूम प्लांट में काम कर रहे कर्मचारी बताते हैं कि उन्हें पहले 15 से 20 दिन की ट्रेनिंग दी जाती है. जिसके बाद उन्हें प्लांट में ही रोजगार प्रदान कर दिया जाता है. पूरे लॉकडाउन में जहां कई कंपनियों द्वारा वर्कर्स को निकाला गया है. वहीं, हमारे संस्थान ने लॉकडाउन में कई लोगों को रोजगार प्रदान किया है.

Last Updated : Sep 26, 2020, 1:32 PM IST

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