हरिद्वार:आज सावन का दूसरा सोमवार है. इस अवसर पर धर्मनगरी हरिद्वार के मंदिर और गंगा घाट बम-बम भोले के जयकारों से गूंज रहे हैं. वहीं दक्ष प्रजापति महादेव मंदिर में श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करने कि लिए तड़के सुबह से ही लाइन में खड़े दिखाई दिए. श्रद्धालु मानते हैं कि सावन माह में दक्ष प्रजापति महादेव मंदिर में सच्चे मन से उपासना करने से हर मुराद पूरी होती है.
गौर हो कि आज सावन का दूसरा सोमवार है. वहीं शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. वहीं दक्ष प्रजापति महादेव मंदिर में काफी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करने कि लिए तड़के सुबह से ही लाइन में खड़े दिखाई दिए. ये सिलसिला आगे भी जारी रहा. दक्ष प्रजापति महादेव मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. जब मंदिर के कपाट खुले तो उनका उत्साह देखने लायक था. भक्तों की मानें तो सावन महीने में भगवान शंकर कनखल में ही विराजमान रहते हैं और उनका जलाभिषेक करने से हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं. वहीं धर्मनगरी हरिद्वार स्थित दक्ष प्रजापति मंदिर का अपना अलग ही महत्व है. जहां अपने अराध्य को जल चढ़ाने श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं.
सावन में उत्तराखंड के इस मंदिर में विराजमान रहते हैं भगवान शिव, जलाभिषेक करने से पूरी होती है मनोकामना
आज सावन का दूसरा सोमवार है. वहीं शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. वहीं दक्ष प्रजापति महादेव मंदिर में काफी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करने कि लिए तड़के सुबह से ही लाइन में खड़े दिखाई दिए.
दक्ष प्रजापति के मंदिर में लगा श्रद्धालुओं का तांता
मान्यता ये भी है कि सावन के महीने में ही माता पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए तपस्या की थी और पूरे सावन भर भोलेनाथ अपनी ससुराल कनखल यानी दक्ष प्रजापति महादेव मंदिर में विराजमान होकर सृष्टि का संचालन करते हैं. अगर सावन के महीने में कोई भी मनुष्य भगवान शंकर का जलाभिषेक और पूजा-अर्चना करता है, तो उसकी सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.