लकसर: खेतों में गन्ने की फसल तैयार हो चुकी है, लेकिन फसल काटकर शुगर मिल तक ले जाने के लिए किसानों को मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं. जिसके चलते शहर की शुगर मिल में गन्ने की मांग पूरी नहीं हो पा रही है. जिससे शुगर मिल को काफी नुकसान उठाना पढ़ रहा है. जिसके चलते शुगर मिल ने रविवार को पेराई सत्र समाप्त करने का दूसरा नोटिस जारी कर दिया है. जिससे गन्ना किसानों की मुसीबत और बढ़ गई है.
जानकारी देते महाप्रबंधक शुगर मिल सुरेश शर्मा और गन्ना किसान. आपको बता दें कि चीनी मिल पेराई सत्र बंद करने से पहले तीन नोटिस जारी करती है. तीसरे नोटिस के बाद मिल ही मिल में पेराई बंद की जाती हैं. इससे पहले लक्सर शुगर मिल 27 अप्रैल को पेराई सत्र समाप्त करने का पहला नोटिस जारी कर चुकी है.
वहीं लक्सर शुगर मिल ने रविवार को पेराई सत्र समाप्त करने का दूसरा नोटिस भी जारी कर दिया है. उधर किसानों को फसल कटवाने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे है. जिससे किसान काफी चिंता में हैं.
वहीं मिल के गन्ना प्रबंधक सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि पिछले कई दिनों से मिल में नो केन की स्थिति बनी हुई है. जिस कारण शुगर मिल को पेराई के अनुरूप गन्ना नहीं मिल पा रहा है. लिहाजा मिल को रोजाना 10 से 12 घंटे तक बंद करना पड़ रहा है.
उन्होंने बताया कि मिल को रोजाना पेराई के लिए एक लाख क्विंटल गन्ने की जरूरत पड़ती है. जबकि कई दिनों से लगभग 55 हजार क्विंटल गन्ना ही मिल पा रहा है. जिसके चलते शुगर मिल को भारी नुकसान हो रहा है.साथ ही उन्होंने कहा की किसानों का बचा हुआ गन्ना 1 मई तक खरीदा जाएगा. जिसके बाद पेराई सत्र समाप्त कर दिया जाएगा.
वहीं शुगर मिल की तरफ से बंद के दूसरे नोटिस पर किसानों का कहना है कि गेहूं की कटाई हो रही है. और मजदूर ना मिल पाने की वजह से गन्ने की कटाई नहीं हो पा रही है. वहीं शुगर मिल ने बंद का नोटिस देकर किसानों को परेशान कर दिया है.