हरिद्वार:उत्तराखंड संस्कृति को दर्शाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली देव डोलियों को कुंभ मेले में भव्य स्नान कराया जाएगा. बीते देर शाम उत्तराखंड कैबिनेट मंत्री और हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने मेला अधिकारी और देव डोली समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने मेला अधिकारी को निर्देशित किया की डेढ़ सौ के करीब देव डोलिया कुंभ मेले में शाही स्नान करने आएंगी, उसके लिए सभी प्रकार के प्रबंध किए जाएं.
सतपाल महाराज ने मेलाधिकारी और देव डोली समिति के पदाधिकारियों के साथ की बैठक. कुंभ मेले में 24 अप्रैल को उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल से देव डोलिया हरिद्वार पहुंचेंगी. 25 अप्रैल को भव्य रूप से गंगा स्नान कराया जाएगा. इसी को लेकर उत्तराखंड कैबिनेट मंत्री और हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने मेला अधिकारी के साथ बैठक की. सतपाल महाराज का कहना है कि उत्तराखंड देव संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है. हमारे हिमालय में अनेक देवी-देवता हैं, उनकी देव डोलिया कुंभ मेले में पहुंचेंगी और इसी को लेकर बैठक की गई. मेला अधिकारी को उनके द्वारा बताया गया की डेढ़ सौ के करीब कुमाऊं और गढ़वाल से देव डोलिया हरिद्वार आएंगी उसके लिए पूरी व्यवस्था की जाए.
देव डोली लाने वालों का कहना है कि बैठक में उन्हें आश्वस्त किया गया है कि कुंभ मेले में देव डोलिया आएंगी और उसके लिए सभी प्रकार की व्यवस्था बनाई जाएगी. देव डोलियों के गंगा स्नान के वक्त ट्रैफिक की व्यवस्था भी सुचारू की जाएगी. जिसे देव डोलियों को गंगा स्नान कराने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. इसके लिए शासन को अलग से बजट की व्यवस्था भी करनी पड़े तो उनके द्वारा की जाएगी. इनका कहना है कि देव डोलिया कुमाऊं और गढ़वाल से हरिद्वार गंगा स्नान करने आती हैं. हिमाचल प्रदेश से देव डोलिया हरिद्वार आती हैं. यह उत्तराखंड की संस्कृति है, इससे लोगों का परिचय भी होता है. देव डोलिया हमारे उत्तराखंड की विरासत हैं, जिस तरह से हिमाचल से देश दुनिया के सामने देव डोलियों को लाया जाता है. वे चाहते हैं कि उत्तराखंड की देव डोलिया भी सबके सामने आएं.
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देव डोली उत्तराखंड की संस्कृति की पहचान हैं. उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल से हर वर्ष देव डोलिया मां गंगा में स्नान करती हैं. कुंभ मेले में देव डोलियों का स्नान काफी आकर्षण का केंद्र होता है.