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CAB का अखाड़ा परिषद के संतों ने किया स्वागत, कहा- ओवैसी पर दर्ज हो देशद्रोह का मुकदमा

सिटीजन अमेंडमेंट बिल (सीएबी) का अखाड़ा परिषद के साधु संतों ने समर्थन किया है. संतों ने कहा कि देश के लिए यह जरूरी कदम है.

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Published : Dec 11, 2019, 5:29 PM IST

हरिद्वारः सिटीजन अमेंडमेंट बिल (सीएबी) लोकसभा में पास हो गया है. लोकसभा में विपक्षी दलों ने खुलकर इस बिल का विरोध किया है. पूरे देश में इसको लेकर मामला गर्माया हुआ है. दूसरी ओर इस बिल के समर्थन में अखाड़ा परिषद के साधु संत खुलकर सामने आ गए हैं. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी और तमाम अखाड़ों के साधु संतों ने इस बिल का समर्थन किया है.

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने बिल का समर्थन करते हुए असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. साधु संतों ने इस बिल का विरोध कर रहे लोगों को नसीहत दी. नरेंद्र गिरी ने अमेंडमेंट बिल का समर्थन किया और कहा कि जिन्होंने भारत में घुसपैठ की उनको बाहर जाना ही चाहिए और जितने लोग यहां पर स्थाई हैं वह यहां रहेंगे.

CAB को संतों का समर्थन

रही बात मुस्लिमों की जहां मुस्लिम देश हैं वहां वे सुरक्षित हैं, मगर हमारे हिंदू लोग वहां पर दुखी हैं उनके लिए हमारे यहां जगह है. इस बिल का प्रस्ताव संसद में रखा गया यह बहुत ही सराहनीय है इसका किसी को भी विरोध नहीं करना चाहिए.

हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर बड़ा हमला बोलते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि अमेंडमेंट बिल फाड़ने के लिए असदुद्दीन ओवैसी पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि सभी दलों को प्रस्ताव का विरोध नहीं करना चाहिए इसमें दिक्कत क्या है. कांग्रेस अगर विरोध करेगी तो और धरातल में चली जाएगी.

निर्मोही अखाड़े के संत धर्मदास का कहना है कि जो लोग इस बिल का विरोध कर रहे हैं उन्हें करने दीजिए. इन लोगों ने 370 धारा हटाए जाने का भी विरोध किया था. मगर देश के लिए 370 धारा हटनी जरूरी थी.

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हमारे धर्म के लोग दूसरे देश से प्रताड़ित होकर हमारे देश में आ रहे हैं, उनको यहां की नागरिकता मिलनी चाहिए. इस बिल का अखाड़ा परिषद ने स्वागत किया है. महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी का कहना है कि संसद में जो प्रस्ताव पास किया गया है सभी लोग उससे संतुष्ट हैं. यह सरकार का स्वागत योग्य कदम है.

भारत के अलावा दुनिया में जहां भी हिंदू, बौद्ध, सिख, इसाई, जैन, पारसी लोग रहते हैं उनको इस बिल से मदद मिलेगी. पूरा साधु समाज इस बिल का समर्थन करता है और जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं उनको भी इस बिल का समर्थन करना चाहिए.

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