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कुंभ के अधूरे काम से नाखुश संत, मुख्यमंत्री से की मुलाकात

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Published : Nov 28, 2020, 3:01 PM IST

Updated : Nov 28, 2020, 6:40 PM IST

धर्मशालाओं और आश्रम से जुड़े लोगों ने सीएम त्रिवेंद्र से मुलाकात की. उनकी मांग है कि सरकार पहले की तरह आश्रम और धर्मशालाओं को अखाड़ों की तरह विश्वास में लेकर व्यवस्था दे.

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हरिद्वार:आगामी 2021 महाकुंभ मेले को लेकर संत समाज उत्साहित है. मुख्यमंत्री के साथ हुई अखाड़ा परिषद की बैठक के बाद संत कुंभ कार्यों में तेजी आई है, लेकिन उससे पहले अखाड़ों से अलग आश्रम और धर्मशालाओं से जुड़े संतों ने राज्य सरकार राहत देने की मांग की है. संतों ने आरोप भी लगाया है कि इससे पहले कुंभ मेले में सरकार आश्रम-धर्मशालाओं से जुड़े संतों को साथ लेकर व्यवस्था बनाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है.

संतों ने सीएम से की मुलाकात.
राधा कृष्ण धाम के परमाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि कुंभ मेला शुरू होने में थोड़ा समय बचा है, लेकिन उन्हें नहीं लगता मेला शुरू होने तक सरकार कुंभ मेले के निर्माण कार्य पूरे कर पाएगी. वो सरकार और अखाड़ा परिषद से मांग करते हैं कि पूर्व की तरह सरकार आश्रम और धर्मशालाओं को अखाड़ों की तरह विश्वास में लेकर व्यवस्था दे. वहीं, प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के परमाध्यक्ष रूपेंद्रप्रकाश महाराज ने भी सरकार से मांग की है कि सरकार आश्रम धर्मशालाओं को भी कुछ राहत पैकेज दे. क्योंकि, इन पर भी हाउस टैक्स, गृहकर जैसे अन्य भर उन पर चले आ रहे हैं.
दक्षिण काली पीठाधीश्वर व अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि आदिकाल से अखाड़ा परिषद कुंभ मेले का आयोजन करती आ रही है. उन्होंने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज से आग्रह किया है कि वो हरिद्वार के आश्रमों और धर्मशालाओं के संतों के साथ बैठक करें. इस बार होने वाली अखाड़ा परिषद की बैठक के बाद आश्रम और धर्मशालाओं से जुड़े संतों के साथ बैठक कर कई हल निकलेंगे.
Last Updated : Nov 28, 2020, 6:40 PM IST

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