हरिद्वार:गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद 177 दिनों से अनशन कर रहे हैं. पिछले साल 24 अक्टूबर से शुरू हुए अनशन के बाद भी गंगा की अविरलता के लिए कोई ठोस कदम न उठाये जाने से दुखी ने ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने सरकार को चेतावनी दी है. उनका कहना है कि आगामी 25 अप्रैल तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी तो वो 27 अप्रैल से जल त्याग देंगे.
मातृ सदन गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए लंबे समय से अभियान चला रहा है. मातृ सदन की मांग है कि गंगा की रक्षा के लिए संसद में गंगा विधेयक पास किया जाए. इसी मांग को लेकर ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद अनशन पर बैठे हुए हैं. 177 दिनों से अनशन कर रहे ब्रह्मचारी का कहना है कि उनकी मांगों को अबतक माना नहीं गया है और न ही उनसे कोई वार्ता की गई. इसलिए अब वो 27 तारीख से जल का भी त्याग कर देंगे.