रुड़की: कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान अब आर-पार की लगाई लड़ने के मूड में दिखाई दे रहे हैं. देशभर में किसान महापंचायत कर आंदोलन को मजबूत करने की पुरजोर कोशिश में लगे हैं. इसी कड़ी में करनाल के बाद अब उत्तराखंड के किसानों ने भी भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की बैठक दरअसल मंगलौर की गुड़ मंडी में किसान संगठनों ने एक बैठक आयोजित की. बैठक में किसानों ने भाजपा नेता, विधायक और मंत्रियों का बहिष्कार करने का फैसला किया. इसके साथ ही ये भी निर्णय लिया गया है कि भाजपा नेता, विधायक, मंत्री और सांसद को क्षेत्र में घुसने नहीं दिया जाएगा.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की बैठक भाजपा के कार्यक्रमों का भी संपूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा. सभी किसान भाजपा नेता और मंत्रियों को काले झंडे दिखाकर विरोध दर्ज कराएंगे. किसानों ने आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ करने की भी बात कही है.
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किसान नेताओं ने साफ कहा है कि भाजपा नेता स्वयं ही उनसे दूरी बना ले, यदि वह उनके गांव में घुसने का प्रयास करेंगे तो किसान मुखर होकर भाजपा नेताओं का विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों के खिलाफ तमाम तरह की षड्यंत्र रच रही है और भाजपा नेता चाहते है कि किसान उनका स्वागत करें. किसान नेताओं ने कहा भाजपा को कृषि कानूनों पर मुंह की खानी पड़ेगी.