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चमोली आपदा: अंजेश के इंतजार में रोते-रोते बीत गए चार दिन, परिजनों को अभी भी इंतजार

रुड़की का अंजेश तपोवन सुरंग में जेसीबी चलाने का काम करता था, जो सात फरवरी के बाद से ही लापता है.

अंजेश का इंताजर
अंजेश का इंताजर

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Published : Feb 10, 2021, 8:02 PM IST

Updated : Feb 11, 2021, 10:56 AM IST

रुड़की: चमोली आपदा में हरिद्वार जिले के रुड़की का अंजेश (22) भी लापता है. अंजेश सोहलपुर गांव का रहने वाला है. अंजेश तपोवन में एनटीपीसी के निर्माणधीन पावर प्रोजेक्ट में जेसीबी मशीन चलाने का काम करता था. रविवार से ही वो लापता है. परिजनों की छह जनवरी को उससे आखिरी बार बात हुई थी.

अंजेश के इंतजार में रोते-रोते बीत गए चार दिन.

परिजनों ने बताया कि सात जनवरी रविवार को उसकी छुट्टी थी, लेकिन सुरंग में जेसीबी को साइड करने के लिए वो कुछ देर के लिए गांव गया था. तभी ये सैलाब आ गया था. तभी से वहा लापता है. 14 मार्च को अंजेश के बड़े भाई की शादी है. घर में शादी की तैयारी चल रही थी, लेकिन इस घटना के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजन भगवान से अंजेश के सकुशल मिलने की प्रार्थना कर रहे है.

पढ़ें-चमोली आपदा का दर्द जौनसार बाबर के पंजिया गांव में भी छलका, दो सगे भाई सहित चार लोग लापता

बता दें कि बीती सात फरवरी को सुबह चमोली जिले में ग्लेशियर का एक हिस्सा रैणी गांव के पास ऋषि गंगा नदी में गिर गया है. इसके नदी में जो सैलाब आया उसने ऋषिगंगा प्रोजेक्ट और तपोवन में एटीपीसी के निर्माणाधीन पवार प्रोजेक्ट की पूरी तरह तबाह कर दिया. इस हादसे में अभीतक 34 लोगों के शव बरामद किए जा चुके है. जिनमें से 29 लोगों की शिनाख्त हो गई है. वहीं 171 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे है. पिछले चार दिनों से तपोवन सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

Last Updated : Feb 11, 2021, 10:56 AM IST

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