रुड़की:कहते हैं जब दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो सभी मुश्किलें आसान हो जाती हैं. इसी कहावत को रुड़की के अभिषेक ने सच कर दिखाया है. दरअसल, अभिषेक खंडेलवाल ने जेईई एडवांस (JEE Advanced Result 2022) में 209वीं रैंक हासिल की है. जिससे अभिषेक खंडेलवाल (Abhishek Khandelwal of Roorkee) ने रुड़की का नाम रोशन किया है. अभिषेक खंडेलवाल ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अपने शिक्षकों को दिया है. अभिषेक खंडेलवाल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता हैं.
बता दें, रुड़की के शेखपुरी मोहल्ला निवासी अभिषेक खंडेलवाल के पिता विजय खंडेलवाल की मेन बाजार स्थित डीसीएम मार्केट में कपड़ों की दुकान है. उनकी मा राधा खंडेलवाल हाउस वाइफ हैं. बड़ी बहन आयुषि खंडेलवाल बीएससी कर रही हैं. 12वीं तक वह आदर्श बाल निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़े हैं.
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अभिषेक खंडेलवाल(Abhishek Khandelwal of Roorkee) ने बताया जब से उसने होश संभाला है तब से उसका सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का है. अपने इस सपने को पूरा करने के लिए उसने पढ़ाई को घंटों में नहीं बल्कि दिन-रात तैयारी की. अभिषेक ने बताया वह सोशल मीडिया पर बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं लेते हैं. उसे पढ़ाई करना ही सबसे अच्छा लगता है. यती क्लासेज के टीचर अविनाश त्यागी ने उसे पढ़ाई में काफी सहयोग किया है.
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अभिषेक ने बताया वह शाम के समय 30 से 40 मिनट तक गंगनहर किनारे साइकिल अनिवार्य रूप से चलाते हैं. ऐसा करके वह स्वयं को तरोताजा करता है.रविवार को साथियों के साथ एक से दो घंटे क्रिकेट जरूर खेलता है. इंडियन टीम का क्रिकेट मैच देखना उन्हें बेहद पसंद है. उन्होंने अन्य छात्रों के लिए कहा जो बनना है उसे ठान लें, मुश्किल-आसान कुछ नहीं होता है.
हर्ष ने भी हासिल की सफलता:रुड़की के मकतूलपुरी निवासी हर्ष गुप्ता ने जेइइ एडवांस में 1154 रैंक हासिल(Harsh Gupta secured 1154 rank in JEE Advanced) की है. हर्ष ने अभी तक की सभी परीक्षाओं में बेहतर स्थान हासिल किया है. उन्होंने कक्षा 10 में 99.2 प्रतिशत और 12वीं में 98.2 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई ग्रीनवे सीनियर सेकेंडरी से की है.
हर्ष ने भी हासिल की सफलता हर्ष गुप्ता ने बताया वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनकर देश के लिए कुछ करना चाहता हैं, ताकि देश के विकास को और गति मिल सके. हर्ष का कहना है कि पढ़ाई का कोई मूलमंत्र नहीं है. 24 घंटे में कोई ऐसा समय नहीं है जो पढ़ाई के लिए उपयुक्त न हो, यानी जब चाहे तब पढ़ें और कितने भी समय तक पढ़ें, उन्होंने बताया कि वह सोशल मीडिया से दूर रहते हैं. अन्य छात्रों के लिए भी उनका कहना है कि वह सोशल मीडिया पर समय बर्बाद न करें.