रुड़की:भगवानपुर के दर्जनों गांवों में उद्योगों से निकलने वाले धुएं और जहरीले पानी का लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. उद्योगों से निकलने वाला धुआं ग्रामीणों की सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है. वहीं, जहरीला पानी ग्रामीणों के खेतों की मिट्टी को दुषित कर रहा है, साथ ही लोग स्वास्थ्य संबंधित कई गंभीर बीमारियों की चपेट में हैं.
दुषित पर्यावरण की वजह से लोगों को सांस लेने जैसी बीमारी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी प्रशासन की तरफ से उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया.
भगवानपुर के रायपुर, सिकंदरपुर, मक्खनपुर, शाहपुर, सिसौना, खूब्बनपुर, चोली, छापुर समेत दर्जनों गांव के लोग आस-पास लगी फैक्ट्रियों के कारण बुरे हालातों में जीवन जी रहे हैं. ग्रामीणों की तरफ से उनकी समस्या का समाधान न किए जाने पर उनका कहना है कि अब लगता है कि फैक्ट्रियों से निकलने वाली गंदगी की हमें आदत डाल लेनी चाहिए. हमारी तरफ से कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी इस समस्या का कोई भी समाधान होता नजर नहीं आ रहा है.
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इस मामले से स्थानीय विधायक ममता राकेश और झबरेड़ा से भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल ने खुद को अलग कर लिया है. इस बारे में भगवानपुर एसडीएम संतोष कुमार पांडेय का कहना है कि यहां प्रदूषण से लोग परेशान है. जिसको लेकर जल्द ही कोई ठोस कदम उठाया जाएगा. लेकिन, ये आश्वासन ग्रामीणों के लिए कितना मददगार साबित होता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.