लक्सर/खटीमा: उत्तराखंड में भारी बारिश ने हाहाकार मचा रखा है. हफ्ते भर से हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं. पहाड़ धंस रहे हैं और सड़कें टूटकर बिखर रही हैं. लक्सर में नीलधारा गंगा का तटबंध 2 साल पहले टूट गया था. जिसके बाद से आज तक उसकी मरम्मत नहीं हो पाई. पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से नीलधारा गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिसकी वजह से हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है.
लक्सर में फसलें हुई जलमग्न. खानपुर विधानसभा में नीलधरा गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण 10 हजार बीघा फसल जलमग्न हो गई हैं. जिसकी वजह से ग्रामीणों के लिए चारे की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. नीलधारा गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण के माडाबेला, शेरपुर बेला, चंद्रपुरी कलां, चंद्रपुरी खुर्द दल्लावाला सहित कई गांवों पर खतरा मंडरा रहा है.
खटीमा में जलमग्न हुए गांव. ये भी पढ़ें:माही के रिटायरमेंट पर पैतृक गांव में उदासी, जानिए धोनी का अल्मोड़ा कनेक्शन
वहीं, खटीमा में लगातार हो रही बारिश की वजह से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है. खटीमा के पकड़िया वॉर्ड नंबर-10 के लोग भारी जलभराव की वजह से नाव पर चलने को मजबूर हो गए है. भारी बरसात की वजह से पकड़िया गांव का रास्ता पानी के बहाव में कट गया है. वहीं, आसपास के ग्रामीणों को भी नाव के जरिए ही आवागमन करना पड़ रहा है.
एसडीएम खटीमा निर्मला बिष्ट के अनुसार खटीमा के पकड़िया वॉर्ड नंबर-10 का इलाका काफी नीचे हैं, जिसकी वजह से जलनिकासी नहीं हो पाती है. इसलिए बारिश के मौसम में जलभराव हो जाता है. जलभराव को देखते हुए लोगों के आवागमन के लिए जिला प्रशासन ने नाव की व्यवस्था की है.