हरिद्वार: कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है. उत्तराखंड में कोरोना वायरस को लेकर सरकार और प्रशासन कितना गंभीर है, इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने हरिद्वार में रियलिटी चेक किया.
हरिद्वार प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरुक कर रहा है, लेकिन कई ऐसे स्थान भी देखने को मिले जहां पर प्रशासन द्वारा लोगों को जागरुक करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
हरिद्वार धार्मिक नगरी है. यहां पर देश-दुनिया से लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं. इस समय पूरे विश्व में कोरोना का आतंक मचा हुआ है. भारत में भी कोरोना वायरस के कई मरीज पाए गए हैं. 3 की मौत भी हो गई है. इसको लेकर भारत सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है कि स्थानीय प्रशासन द्वारा लोगों को जागरुक किया जाए. इसकी हकीकत को जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने सबसे पहले हरिद्वार रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया.
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की हो रही चेकिंग
हरिद्वार में रेलवे स्टेशन पर इस वायरस से बचने के लिए बैनर पोस्टर लगाए गए हैं. रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी तैनात की गई है, जो बाहर से आने वाले यात्रियों को इस वायरस के बारे में जागरुक कर रही है, लेकिन चंद कदमों की दूरी पर ही हरिद्वार बस अड्डे पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा यात्रियों को इस वायरस के प्रति जागरुक करने और उनकी सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
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