हरिद्वार:अभी तक आपने जेल में बंद कैदियों को सिर्फ सजा काटते सुना होगा. लेकिन अब हरिद्वार में जेल में बंद कैदियों से आप अपने घर से जुड़ी कई वस्तुएं बनवा (Prisoners are making household items) सकते हैं. यह पहल हरिद्वार जिला कारागार में शुरू की गई है, जिसमें आप कोई भी काम देकर जिला कारागार में बंद कैदियों से करवा सकते हैं, जिसमें आपको सिर्फ रॉ मटेरियल (कच्चा माल) देना है. जितने दिन में आपकी वस्तु तैयार होगी, उस अनुसार आपको उसकी प्रतिदिन की मजदूरी देनी होगी.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि हरिद्वार जिला जेल में बंद कैदियों के द्वारा कई तरह के कार्य हरिद्वार के जिला कारागार में किए जाते हैं, जिसमें कालीन, लकड़ी की डिजाइनर कुर्सी, अलमारी, बेड, सोफा आदि सामान कैदियों द्वारा तैयार किए जाते हैं. इसके साथ ही कैदी सिलाई का कार्य भी करते हैं. यह कार्य पहले कुछ चुनिंदा लोगों के लिए ही किया जाता था. लेकिन अब आमजन भी अपने कपड़े सिलवा सकते हैं, वह भी बाजार से कम दामों पर.
बहुत कम है कैदियों की मजदूरी:आपको अगर कोई सामान बनवाना है तो आपको इसके लिए बाजार में 400 से ₹500 की मजदूरी देनी पड़ती है. लेकिन काम में कुशल कैदियों की मजदूरी सिर्फ ₹67 प्रतिदिन है और अकुशल कैदी की मजदूरी केवल ₹44 प्रति दिन है. जिससे आपके द्वारा बनाई जा रही कोई किसी भी वस्तु की कीमत बाजार से कम कीमत पर पड़ेगी.