हरिद्वार: हरकी पैड़ी पर बह रही गंगा की अविरल धारा को स्केप चैनल घोषित करने वाले शासनादेश को वापस लेने की मांग एक बार फिर उठ गई है. स्केप चैनल के शासनादेश को रद्द करने की मांग को लेकर तीर्थ-पुरोहित ने हरकी पैड़ी पर बने हनुमान मंदिर के सामने अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
तीर्थ-पुरोहित की मांग है कि स्केप चैनल घोषित करने वाले शासनादेश को वर्तमान सरकार रद्द करें. यह शासनादेश आस्था के साथ खिलवाड़ है. जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. तीर्थ-पुरोहित ने स्पष्ट किया है कि जब तक स्केप चैनल के शासनादेश को रद्द नहीं किया जाएगा उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा.
धरने पर बैठे तीर्थ पुरोहित सौरव सिकोला ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत ने गंगा को स्केप चैनल घोषित करने के लिए एक शासनादेश जारी किया था. तब भी हरिद्वार के तीर्थ पुरोहित ने इसका विरोध किया था. बाद में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि हरीश रावत सरकार की गलती को त्रिवेंद्र सरकार सुधारेगी. लेकिन इस सरकार को भी बने हुए तीन साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है, अभीतक त्रिवेंद्र सरकार ने भी स्केप चैनल के शासनादेश को निरस्त नहीं किया है.