रुड़की: बीती 24 जून को मां-बेटी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस अब आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराएगी. जिसको लेकर पांचों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. पुलिस ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर इसकी अनुमति मांगी है. वही, पुलिस अब इन आरोपियों को सामूहिक दुष्कर्म मामले में सख्त सजा दिलाने के लिए सभी सबूतों को इकठ्ठा कर रही है. दरअसल, मां-बेटी से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले पांचों आरोपियों को पुलिस ने घटना के 6 दिन बाद ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
मामले में एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल का कहना है कि जांचकर्ता अधिकारी मामले की पड़ताल कर रहे हैं. पुलिस को केस मजबूत करने के लिए कार में भी कई अहम सबूत मिले हैं. पुलिस आरोपियों को सख्त सजा दिलाने की कोशिश कर रही है. ताकि मां बेटी को न्याय मिल सके.
बता दें कि घटना 24 जून देर रात की है. जब गैंगरेप पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वो पिछले कई सालों से अपने पति से अलग होकर कलियर में रह रही है. महिला का पति मुजफ्फरनगर (यूपी) में रहता है. शुक्रवार (24 जून) की रात करीब 11 बजे वो अपनी छह साल की मासूम बच्ची के साथ रुड़की आ रही थी. पिरान कलियर में उसे सोनू नाम का एक युवक मिला. सोनू ने बताया कि वो रुड़की जा रहा है और उसने महिला को रुड़की छोड़ने की बात कही. सोनू ने उसे कार में बैठा लिया. कार में सोनू के कुछ साथी भी मौजूद थे.