रुड़की: कोरोना महामारी के चलते देशभर में लगे लॉकडाउन ने जहां अपराध के ग्राफ पर लगाम लगाया था. वहीं लॉकडाउन में छूट के बाद पुलिस एक बार फिर अपराध दर बढ़ने को लेकर चिंता में है. ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिसबल के सामने आने वाली चुनौतियां भी बढ़ जाएंगी.
लॉकडाउन से बाहर आने के बाद भी पुलिसकर्मियों को कई स्तर पर ड्यूटी करनी होंगी. इन तमाम पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस के उच्चाधिकारियों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. साथ ही आपराधिक किस्म के लोगों की निगरानी और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत भी दी गई है.
पढ़ें-लक्सर: ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से दो बच्चों की मौत, दो घायल
लॉकडाउन में छूट के दौरान पुलिस की मुश्किलें बढ़ने की संभावना तेज हो गई हैं, जिन असामाजिक तत्वों पर लॉकडाउन ने अंकुश लगाया था, वह कहीं ना कहीं लॉकडाउन छूट में पुलिस की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं. पुलिसकर्मी कोरोना ड्यूटी के साथ-साथ अपराधियों पर भी शिकंजा कस रहे हैं. पुलिस अधिकारियों की मानें तो कोरोना संकट के दौरान लूट, हत्या, दुष्कर्म, अपहरण के मामलों में कमी आई थी. जिसे बरकरार रखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.
पढ़ें-चारधाम यात्रा: चमोली, रुद्रप्रयाग के डीएम करेंगे हक-हकूकधारियों से विचार विमर्श
वहीं, रुड़की सीओ चंदन सिंह बिष्ट ने बताया कि लॉकडाउन के कारण लोगों को घर से निकलने की इजाजत नहीं थी तो इसलिए अपराध पर अंकुश लग रहा था, लेकिन छूट में अपराधियों के बाहर निकलने से छोटी-मोटी घटनाएं सामने आई हैं. जिसको लेकर पुलिसकर्मियों को अलर्ट और निर्देशित किया गया है, ताकि अपराधियों पर नकेल कसी जा सकें.