हरिद्वार: बीती 17 जून को कनखल थाना क्षेत्र में लापता हुए ई-रिक्शा चालक की लूट के इरादे से दो बदमाशों ने हत्या कर दी थी. हत्या के बाद ई-रिक्शा चालक का शव गंगा में फेंक दिया था. शनिवार को पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया. इस मामले में पुलिस एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी पुलिस से बचने के लिए पहले ही एक मामले में जेल जा चुका है. पुलिस के लिए ये पूरी तरह के ब्लाइंड केस था.
पुलिस ने बताया कि जगजीतपुर निवासी मुन्नी देवी बीती 20 जून को पुलिस चौकी पहुंची थी. उन्होंने पुलिस को बताया कि उनका 19 साल का बेटा रोहित ई-रिक्शा चलाता है, जो 17 जून की शाम से घर नहीं लौटा है. उसका फोन भी नहीं मिल रहा है. काफी तलाशने के बाद भी उसका कहीं कुछ पता नहीं चला.
सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग: जगजीतपुर चौकी इंचार्ज खेमेंद्र गंगवार ने लापता ई-रिक्शा चालक की तलाश शुरू की. जिस रूट पर रोहित ई रिक्शा चलाता था, पुलिस ने वहां सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला शुरू किया. तभी पुलिस को हरिद्वार रेलवे स्टेशन के पास से सीसीटीवी की एक फुटेज मिली, जिसमें रोहित दिखा.
दो दर्जन से ज्यादा फुटेज खंगाले: सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि रोहित की ई-रिक्शा दो युवक सवार हुए. इस फुटेज का पीछा करते हुए पुलिस ने करीब दो दर्जन से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला तो पुलिस ने ई-रिक्शा में सवार हुए दोनों युवकों की पहचान कर ली. ई-रिक्शा में सवार दोनों लोगों की पहचान आकाश निवासी जगजीतपुर और सागर निवासी लक्सर के रूप में हुई. आकाश को लक्सर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया, जबकि आकाश एक पुराने मामले में कोतवाली रानीपुर में पेश होकर जेल जा चुका है. आकाश की निशानदेही पर लूटा गया ई-रिक्शा, मृतक का मोबाइल और उसके जूते एवं कपड़े भी बरामद हुए है. हत्या के बाद आरोपियों ने मृतक का शव नीलधारा में बहा दिया था, जिसका अभी तक कुछ पता नहीं चला है.
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