हरिद्वार में कांवड़ यात्रा सकुशल संपन्न हरिद्वार:धर्मनगरी हरिद्वार में संपन्न हुए कांवड़ मेले में लगभग 4 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगाजल लेकर अपने-अपने शहरों और शिवालयों की तरफ गए हैं. इसमें कोई दो राय नहीं कि पुलिस प्रशासन ने इस दौरान व्यवस्थाओं को बनाने और यात्रा को सफल करने के लिए दिन रात मेहनत की, लेकिन पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अगर किसी ने काम किया तो वो है वो ट्रैफिक वॉलिंटियर्स.
ट्रैफिक वॉलिंटियर्स पुलिस के साथ खड़े नजर आए ये ट्रैफिक वॉलिंटियर्स बिना स्वार्थ ही पुलिस के साथ खड़े नजर आए. ये सभी लोग 10 दिनों से सड़कों पर खड़े रहकर भगवान शिव के भक्तों की सेवा में लगे रहे. ऐसे सैकड़ों लोगों की हर ओर प्रशंसा हो रही है.दरअसल, कांवड़ यात्रा से पहले पुलिस प्रशासन शहर के उन लोगों से अपील करता है जो समाज के लिए काम करना चाहते हैं. ऐसे ही कुछ लोगों का एक समूह है जो बीते 10 सालों से कांवड़ यात्रा और कुंभ मेले जैसे आयोजनों के दौरान पुलिस की रीड की हड्डी बनता है.
ट्रैफिक वॉलिंटियर्स व्यवस्था बनाने में जुटे रहे पढ़ें-कांवड़ियों के सैलाब से पट गया हरिद्वार, आंकड़ा पहुंचा 3 करोड़ के पार
पुलिस ने इस टीम को 'एसपीओ' यानी स्पेशल पुलिस ऑफिसर का नाम दिया है. इन लोगों का मुख्य काम होता है पुलिस के साथ मिलकर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बनाना, क्योंकि अमूमन धार्मिक मेलों में बाहर से पुलिसकर्मी बुलाए जाते हैं, ऐसे में स्थानीय लोगों का पुलिस के साथ होना बेहद जरूरी हो जाता है. वहीं, कांवड़ यात्रा में 10 दिनों से बारिश, बाढ़ और भीड़ में ड्यूटी कर रहे ऐसे तमाम लोगों की सराहना हो रही है.
कांवड़ मेले के दौरान मेडिकल की व्यवस्था बीते 10 साल से कांवड़ यात्रा और कुंभ मेले सहित दूसरे मेलों में पुलिस की सहायता कर रहे ग्रुप इंचार्ज धर्मेंद्र विश्नोई बताते हैं कि इस दौरान कई बार दिक्कतें भी आती हैं. इस बार का मेला भी बेहद कठिन था. बहुत अधिक भीड़ होने की वजह से ड्यूटी भी दिन और रात देनी पड़ी. धर्मेंद्र विश्नोई कहते हैं कि उनके ग्रुप में 10 लोग हैं जो निस्वार्थ भाव से पुलिस के साथ मिलकर भगवान भोलेनाथ के इन भक्तों को सुरक्षित शहर से निकालने का काम करते हैं.
कांवड़ यात्रा में जुटे ऑफिसर्स पढ़ें- हरिद्वार में बारिश थमते ही उमड़ा कांवड़ियों का सैलाब, गाड़ियों से पटा हाईवे, हरकी पैड़ी पैक धर्मेंद्र बताते हैं कि अपनी ड्यूटी के दौरान बरसात के दौरान कई लोगों के पैरों में छाले और पानी की वजह से दिक्कतें भी आ गई हैं, लेकिन उन्हें यह सब करके बेहद सुकून मिलता है. समस्याओं और परेशानियों के बीच भी यह एसपीओ कहते हैं कि इतना बड़ा मेला हरिद्वार शहर में लगना हरिद्वार के लिए बेहद गर्व और गौरव की बात होती है.
हालांकि, अब समाज में ऐसे बहुत कम लोग हैं जो अपनी जिम्मेदारी समझते हुए प्रशासन के साथ इस तरह भागीदारी निभाते हैं. इसपर धर्मेंद्र विश्नोई कहते हैं कि सड़क पर खड़े होकर पुलिस के साथ काम करके इन शिव भक्तों को सुरक्षित शहर से दूसरे शहर तक पहुंचाना ही उनका शिव के प्रति सेवा और कर्म भाव है.