हरिद्वारःइन दिनों हर कोई होली के उल्लास में रंगा हुआ है. जहां देखो होली के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. इसी कड़ी में हरिद्वार, काशीपुर और हल्द्वानी में फूलों की होली खेली गई. हरिद्वार में आयोजित फूलों की होली में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने शिरकत की. ऐसा पहली बार देखने को मिला, जब एक मंच पर आकर संत हो या नेता. दोनों ने ही फूलों की होली खेली. इतना ही नहीं अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी के साथ हरीश रावत भी जमकर झूमते नजर आए.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि सारे गिले शिकवे दूर कर होली खेलनी चाहिए. सभी को आपसी मनमुटाव खत्म करना चाहिए और प्रेम पूर्वक रहना चाहिए. होली उमंग और उल्लास का प्रतीक है. जो जीवन को नई प्रेरणा देती है. फाल्गुन के उल्लास भरे मौसम में मनाई जाने वाली होली पूरे देश को जोड़ती है.
रंगों के इस पर्व के उल्लास में सभी को एक हो जाते हैं. सभी को होली के अवसर पर समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने का संकल्प लेना चाहिए. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि होली एक रंग-बिरंगा त्योहार है. जिसे लोग पूरे हर्ष और उत्साह के साथ मनाते हैं. प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व धर्म-संप्रदाय जाति के बंधन को खोलकर भाईचारे का संदेश देता है.
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