हरिद्वार:हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल करने वाले सच्चिदानंद डबराल का कहना है कि अब उन्हें उम्मीद है कि हरिद्वार की जनता, जिसके लिए वह उन्होंने ये कोशिश की उन्हें अब न्याय जरूर मिलेगा. दरअसल, उत्तराखंड के बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष एवं हरिद्वार विधायक मदन कौशिक की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने 14 अक्टूबर तक जवाब मांगा है.
सच्चिदानंद डबराल उर्फ सचिन का कहना है कि उन्होंने इससे पहले भी हाईकोर्ट में वाद दायर किया था, जिसमें बताया गया था कि कोई भी पुस्तकालय धरातल पर मौजूद नहीं है. किसी में मंदिर तो किसी में बारात घर बनाया गया है. लेकिन किसी कारणवश नैनीताल उच्च न्यायालय ने हमारी याचिका को खारिज कर दिया था. अब जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने सभी पार्टियों को नोटिस जारी किए हैं, यह खुशी की बात है.
उन्होंने बताया कि 14 अक्टूबर तक सभी को सुप्रीम कोर्ट में अपने जवाब सबमिट करने हैं. इतना ही नहीं सच्चिदानंद डबराल ने बताया कि जब हाईकोर्ट ने हमारी याचिका खारिज कर दी थी, तो उसके बाद भी एक आरटीआई नगर निगम में डाली थी. उसका जवाब भी यही आया है कि कोई भी लाइब्रेरी हरिद्वार में नहीं है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि विधायक निधि का कितना दुरुपयोग विधायक मदन कौशिक द्वारा किया गया, जिसमें सरकारी विभागों की भी मिलीभगत है.