हरिद्वार/मसूरीः उत्तराखंड में जनता कर्फ्यू का पूरा समर्थन देखने को मिला. हरिद्वार में भी लोगों ने जनता कर्फ्यू का पूरा साथ दिया. इस दौरान बाजारों, सड़कों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन समेत हरकी पैड़ी और गंगा घाटों पर सन्नाटा पसरा रहा. लोग अपने घरों में ही कैद रहे. हालांकि, गंगा घाटों पर कुछ श्रद्धालु स्नान करते नजर आए, लेकिन पूजा अर्चना, धार्मिक कर्मकांड पूरी तरह से बंद रहा.
हरिद्वार में जनता कर्फ्यू के दौरान सभी दुकानें और व्यावसायिक गतिविधियां बंद होने के कारण सड़कें सूनी नजर आईं. हालांकि, गिने चुने राहगीर ही सड़कों पर आवाजाही करते दिखाई दिए. बस अड्डों पर विभिन्न रूटों पर संचालित होने वाली सभी बसों के पहिए थमे रहे. वहीं, जनता कर्फ्यू के दौरान पुलिस पूरे दिनभर मुस्तैद रही और आमजन को अपने घरों में रहने की अपील की.
हरिद्वार में जनता कर्फ्यू का समर्थन. ये भी पढ़ेंः'कोरोना के कमांडोज' को सलाम, उत्तराखंड ने जताया आभार
उधर, हरिद्वार रेलवे स्टेशन से कोरोना वायरस के चलते सभी गाड़ियां रद्द की जा चुकी है. हालांकि, जो ट्रेनें बीती रात 12 बजे पहले से चली हुई है और अपने गंतव्यों तक नहीं पहुंची है, वही ट्रेनें अपनी यात्रा पूरी कर रही हैं. जिसके चलते हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर आ रही गाड़ियों की सैनिटाइजिंग की जा रही हैं. साथ ही यात्रियों का भी पूरी तरह से मेडिकल चेकअप किया जा रहा है. वहीं, यात्रियों को मास्क भी मुहैया कराए जा रहे हैं.
मसूरी
मसूरी में लोगों ने कोरोना भगाने का किया आह्वान. पहाड़ों की रानी मसूरी में भी लोगों ने जनता कर्फ्यू का पूरा समर्थन दिया. शाम के पांच बजते ही एक अलग ही माहौल देखने को मिला. इस दौरान लोगों ने अपने घरों की खिड़कियों और छतों में आकर थाली-ताली, घंटी, शंख आदि बजाया. इतना ही नहीं लोगों ने हवन और गायत्री मंत्र का जाप भी किया.
बता दें कि, चीन के वुहान से फैला कोरोना वायरस दुनियाभर में जमकर कहर बरपा रहा है. कोरोना से कई हजारों लोगों की मौत चुकी है. जबकि, लाखों लोग इससे संक्रमित हैं. भारत में तीन सौ से ज्यादा केस पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि, सात लोगों की मौत हो गई है. उत्तराखंड में भी चार लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं. वहीं, कोरोना वायरस के तीसरे चरण को संभवत खतरनाक माना जा रहा है. जिसके लिए पूरा देश गंभीर है. साथ ही विशेष एहतियात बरती जा रही है.
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क्या बरतें सावधानी-
- नॉनवेज और नशे से परहेज करें.
- किसी से भी हाथ मिलाने, गले लगने या अन्य तरह के संपर्क से बचें.
- बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवा न लें.
- अनावश्यक यात्रा से परहेज करें.
- चीन की तरफ से आने वाले पैक्ड किसी भी तरह के फूड को खाने से बचें.
- अत्यधिक तरल पदार्थों का सेवन न करें.
- खांसते, छींकते समय नाक मुंह रूमाल से ढक लें.
- खाने से पहले हाथ अच्छी तरह साबुन से धो लें.
क्या हैं लक्षण
कोरोना वायरस के मरीजों में आमतौर पर जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं. इसके बाद ये लक्षण न्यूमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं. इसमें फेफड़े में गंभीर किस्म का संक्रमण होता है. मरीज को वेंटिलेटर पर रखना पड़ता है.