लक्सरः नगर में दशहरा मेले के आयोजन और रावण दहन कार्यक्रम को लेकर मामला एक बार फिर से गरमा गया है. यहां पर रेलवे प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के बाद एसडीएम ने रामलीला कमेटी को मेले के आयोजन की अनुमति शुगर मिल परिसर में दी है. जिसे लेकर स्थानीय व्यापारियों में भारी आक्रोश है. आक्रोशित व्यापारियों ने मामले को लेकर एसडीएम और रामलीला कमेटी का पुतला दहन किया. साथ ही प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
लक्सर में रामलीला के आयोजन को लेकर व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बता दें कि, बीते 81 सालों से लक्सर में दशहरा मेला और रावण के पुतले दहन का कार्यक्रम रेलवे की भूमि पर किया जा रहा था, लेकिन बीते 2 सालों से रेलवे की भूमि पर निर्माण कार्य चल रहा है. जिसके चलते दशहरा मेला का आयोजन और रामलीला को लेकर दिक्कतें आ रही हैं. बीते साल रामलीला को रेलवे परिसर से हटाकर पास के बसेड़ी मार्ग पर स्थित सनातन धर्म कन्या इंटर कॉलेज में कर दिया गया था, लेकिन दशहरा मेले का आयोजन रेलवे की भूमि पर ही किया गया था.
ये भी पढ़ेंःयहां शफीक के बनाए रावण दहन करते हैं राम, 55 सालों से परिवार दे रहा भाईचारे का संदेश
वहीं, अमृतसर में हुए हादसे के बाद और रेलवे भूमि पर निर्माण कार्य के चलते रेलवे प्रशासन ने मेला आयोजन और रावण का पुतला दहन की अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया. जिसके बाद एसडीएम, पुलिस, रेलवे प्रशासन, रामलीला कमेटी समेत व्यापारियों की बैठक की गई थी. जिसमें रेलवे प्रशासन ने लिखित रूप में परमिशन देने से मना कर दिया था, लेकिन मौखिक रूप से अनुमति जता दी थी. जिस पर स्थानीय व्यापारी और रामलीला कमेटी से जुड़े लोग पुराने स्थान पर ही मेले के आयोजन की तैयारी कर रहे थे.
उधर, मेला आयोजन से ठीक 2 दिन पहले रामलीला कमेटी के लोगों ने रेलवे परिसर के स्थान पर स्थानीय शुगर मिल परिसर में मेले का आयोजन करने की घोषणा कर दी. साथ ही वहीं पर रावण दहन करने की बात भी कही. जिस पर लक्सर एसडीम ने मेले के आयोजन को लेकर अनुमति दे दी. इस अनुमति के बाद से स्थानीय व्यापारियों में काफी रोष है. इसी कड़ी में गुस्साए व्यापारियों ने एकत्रित होकर एसडीएम और रामलीला कमेटी का पुतला दहन कर रोष जताया.
ये भी पढ़ेंःदेहरादूनः परेड ग्राउंड में मंगलवार शाम 6.05 बजे होगा 62 फुट के रावण का दहन
वहीं, व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजय वर्मा और पालिका अध्यक्ष अमरीश गर्ग ने आरोप लगाते हुए कहा कि मामले पर एसडीएम और रामलीला कमेटी के लोगों ने मिलीभगत की है. साथ ही व्यापारियों के हितों की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में मनमानी नहीं चलने दी जाएगी.