हरिद्वार: ज्वालापुर क्षेत्र में बैंक ऑफ इंडिया की एक शाखा में कार्यरत अस्थायी कर्मचारी ग्राहकों के लाखों रुपए लेकर फरार हो गया है. जब लोगों को इसका पता चला तो उन्होंने बैंक की शाखा पर जमकर हंगामा किया. अब आरोपी अस्थायी कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है. वहीं, देहरादून स्थित बैंक के मुख्य कार्यालय से एक टीम भी हरिद्वार पहुंच गई है. जिसने जांच शुरू कर दी है.
बैंक ऑफ इंडिया की ज्वालापुर के सराय क्षेत्र में एक शाखा स्थित है. जिसमें इलाके के काफी लोगों के खाते हैं. बैंक द्वारा कुछ माह पूर्व चकराता के रहने वाले अर्जुन को बतौर चपरासी रखा गया था. बताया जा रहा है कि बैंक में आने वाले लोगों को विश्वास में लेकर यह न केवल उनके पैसे जमा कराने का दावा करता था. बल्कि, पैसे जमा करने की रसीद पर मुहर लगाकर भी दिया करता था, लेकिन आज जब एक ग्रामीण अपने खाते से पैसा निकालने पहुंचा तो खाते में पैसा ही जमा नहीं किये गये थे.
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जिसके बाद यह बात इलाके में तेजी से फैल गई. इलाके के करीब एक दर्जन लोग सराय स्थित शाखा पर एकत्र हो गए. जिसके बाद सभी ने जमकर हंगामा किया. इस मामले की जानकारी देहरादून स्थित बीओआई मुख्य कार्यालय भी पहुंची. जिसके बाद एक टीम को हरिद्वार मामले की जांच के लिए भेजा गया. हंगामे की सूचना पर कोतवाली ज्वालापुर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है.
फरार है आरोपी चपरासी: लोगों का पैसा उड़ाने वाला आरोपी चपरासी अब गायब है. बैंक का कहना है कि उसने नौकरी छोड़ दी है. बैंक के पास पहचान के तौर पर सिर्फ उसका आधार कार्ड उपलब्ध है.
नहीं कराया था पुलिस वेरिफिकेशन: किसी भी कर्मचारी को नौकरी पर रखते समय उसके नियोक्ता की यह जिम्मेदारी होती है की वह उसका पुलिस वेरिफिकेशन कराए, लेकिन लोगों का पैसा लेकर चंपत हुए कर्मचारी का बैंक ने कोई पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया था. फिलहाल अभी सिर्फ बारह लोग ही ऐसे सामने आए हैं जिनके पास पैसा जमा कराने की रसीद है, लेकिन आने वाले समय में इनकी संख्या बढ़ने की उम्मीद है.
क्या कहती है पुलिस: वरिष्ठ उपनिरीक्षक नीतीश शर्मा ने बताया की यह मामला प्रकाश में आया है. लोगों के पास बैंक द्वारा पैसा जमा करने पर दी जाने वाली रसीद भी है. अब बैंक इस मामले में तहरीर देखा है, जिसके बाद ही मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.