हरिद्वार:दिव्य प्रेम सेवा मिशन (Divya Prem Sewa Mission) में भगवान शंकर के सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग की पूजा वैदिक विधि विधान के साथ की गई. इस अवसर पर कोरोना काल में मृत आत्मा की शांति, विश्व शांति और लोगों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए पार्थिव पूजन किया गया.
दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष भाई आशीष के संयोजन में सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग के पूजन का संकल्प इस साल 11 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन लिया गया था. यह पूजन अगले साल 1 मार्च को होने वाली महाशिवरात्रि के दिन पूर्ण होगा. इस दौरान 1 साल तक भाई आशीष दिव्य प्रेम सेवा मिशन चंडीगढ़ में प्रवास करेंगे और संकल्प पूर्ति यज्ञ का अनुष्ठान करेंगे .
हरिद्वार दिव्य प्रेम सेवा मिशन में सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग की पूजा. पढ़ें:कांग्रेस की डूबती नैया बचाने को हरदा का हिंदू-मुस्लिम कार्ड, बलूनी ने दिया जवाब
पूजा स्थल पर नर्मदा से आए शिवलिंग द्वारा द्वादश ज्योतिर्लिंग की स्थापना की गई है. रोजाना सुबह 7:30 से 9:00 तक ध्यान और गीता पाठ का आयोजन होता है. 10 बजे से 1:30 बजे तक रुद्राभिषेक नियमित किया जाता है. शाम को पार्थिव पूजन और आरती और भजन संध्या के रोजाना की पूजा समाप्त की जाती है. यह करम 11 मार्च महाशिवरात्रि के दिन से लगातार चल रहा है.
बता दें कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन कुष्ठ रोगियों के बच्चों को शिक्षा देने का देश का एक बड़ा केंद्र है. साथ ही यह संस्थान कुष्ठ रोगियों की सेवा भी करता है. यह स्थान 25 वर्षों से लगातार सेवा क्षेत्र में कार्य कर रहा है. भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी इस संस्था से जुड़े हुए हैं और वे इस संस्था में कई बार आ चुके हैं.