हरिद्वार:मकर संक्रांति के पर्व पर हर साल की तहत पहाड़ी महासभा ने लोक परम्पराओं ओर संस्कृति पर आधारित महोत्सव का आयोजन किया. महोत्सव में हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. इस मौके पर निशंक ने कहा कि पहाड़ी महासभा की ओर से उत्तराखंड की परंपराओं और संस्कृति को जीवंत रखने के लिए एक अच्छा प्रयास किया जा रहा है, जिसके चलते हम जहां अपनी परंपराओं और संस्कृति को जिंदा रख सकते हैं.
Makar Sankranti: पहाड़ी महासभा के वार्षिक महोत्सव में शामिल हुए निशंक, बिहार के शिक्षा मंत्री को दिया ये जवाब - cultural programs in haridwar
धर्मनगरी हरिद्वार में मकर संक्रांति के पर्व के मौके पर पहाड़ी महासभा ने लोक परम्पराओं ओर संस्कृति पर आधारित वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया. इस महोत्सव में हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक शामिल हुए. इस मौके पर निशंक ने कहा कि उत्तराखंड की परंपराओं और संस्कृति संजोने के लिए पहाड़ी महासभा का यह अच्छा प्रयास है.
आपको बता दें कि मकर संक्रांति के अवसर पर हरिद्वार के ऋषिकुल ऑडिटोरियम में पहाड़ी महासभा की ओर से पहाड़ी लोक परंपराओं और संस्कृति से जुड़े कार्यक्रमों पर आधारित महोत्सव का आयोजन किया. इस मौके पर हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से अपनी आने वाली पीढ़ी को भी उत्तराखंड की संस्कृति, परम्परा से अवगत करा सकते हैं.
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बिहार के शिक्षा मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया:निशंक ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह की रामचरित मानस पर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राम भारत ही नहीं विश्व में आदर्श हैं. ऐसे में जो राम को लेकर कोई टिप्पणी करता है, उसको यह नहीं पता है कि राम क्या है? जितना संघर्ष राम ने अपने जीवन में किया है, उतना संघर्ष शायद ही किसी ने किया हो. तभी उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहा जाता है. आज विदेशों में उनके ऊपर लेक्चर दिए जाते हैं. इतना नहीं हमारे कई ग्रंथों पर अध्ययन करके कई समस्या हल हुई है.