रुड़की: इंसान की जिंदगी में रिश्तों का खास महत्व होता है, जिसकी बानगी रुड़की में देखने को मिली. जहां 15 साल पहले सब रिश्ते को छोड़कर एक महिला परिवार से बिछड़ गई थी. लेकिन उसके लौटने से मानों परिवार में खुशियां लौट आई हो. बेटा, बेटी, बहु, नाते रिश्तेदार सबको पाकर फिर से एक रिश्ता ऐसा कायम हुआ जिसकी उम्मीद सब गवां चुके थे.
15 साल पहले रुड़की के सुनहरा गांव स्थित नई बस्ती की रहने वाली बाला देवी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी. जिसकी काफी तलाश करने के बावजूद भी कुछ पता नहीं चल पाया था, समय बीतता गया और परिवार सब्र करके बैठ गया. जैसे- जैसे साल बीते परिवार को लगा कि बाला देवी अब उनके बीच नहीं रही. लेकिन फिर अचानक बाला देवी का पता लगा और उन्हें चेन्नई से परिवार के बीच लाया गया. एक बार तो सब देखकर हैरान रह गए, मानों परिवार में खुशियां लौट आई हों, बाला देवी को परिवार मिला और कुछ परिवार के नए सदस्य भी.
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काफी तलाश के बाद भी नहीं चला पता
बता दें कि साल 2008 में रुड़की के सुनहरा निवासी महिला बाला देवी जो दिमागी रूप से बीमार थी. सहारनपुर रेलवे स्टेशन से रुड़की के लिए आ रही थी तभी किसी और ट्रेन में बैठने के कारण वे कहीं और पहुंच गई. जब बाला देवी घर नहीं पहुंची तो परिवार वालों ने काफी तलाश किया, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पाया. समय बीतता गया और परिवार भी बाला देवी को भुला बैठे थे. फिर 15 साल बाद अचानक एक फोन कॉल ने सबको चौका दिया.
एनजीओ ने की मदद