उत्तराखंड

uttarakhand

हरिद्वार पहुंचे राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन

By

Published : Jan 7, 2021, 10:37 PM IST

Updated : Jan 7, 2021, 11:06 PM IST

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन हरिद्वार पहुंचे. जहां उन्होंने कुंभ मेले के दौरान बाल सरंक्षण और शोषण के मामलों को लेकर एक बैठक की.

National Child Rights Protection Commission Chairperson reaches Haridwar
हरिद्वार पहुंचे राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन

हरिद्वार:आज राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन प्रियांक कानूनगो हरिद्वार पहुंचे. जहां उन्होंने रोशनाबाद स्थिति कलेक्ट्रेट भवन में जिला प्रशासन, कुम्भ प्रशासन, पुलिस के साथ कई विभाग और संस्थाओं के साथ बैठक की. इस बैठक में कुम्भ मेले के दौरान एनसीपीसीआर की गाइड लाइन के क्रियान्वन के लिए लक्ष्य तय किया गये.

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन.

बैठक में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन ने कहा कि कुम्भ मेला 2021 के दृष्टिगत लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं. इसमें जिला प्रशासन और पुलिस मेला प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर आज यह तय किया गया है कि एनसीपीसीआर की जो बच्चों के अनुकूल मेला आयोजित करने की गाइडलाइंस है उनके हिसाब से चाइल्ड फ्रेंडली कुम्भ मेला हरिद्वार में आयोजित किया जाएगा.

ये भी पढ़ें-नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की अब हर महीने होगी बैठक, दिल्ली-दून राजमार्ग पर 16 किमी निर्माण को मंजूरी

सभी लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेला प्रशासन, राज्य सरकार और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग यहां का राज्य बाल आयोग यहां की स्थानीय मेला आयोजन समिति श्री गंगा समिति सभी लोग मिलकर इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कार्य प्रारंभ करेंगे.

ये भी पढ़ें-पर्यावरण प्रेमी प्रताप पोखरियाल को ग्लोबल ग्रीन अवार्ड 2020 से किया गया सम्मानित

राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन ने कहा बच्चों को लेकर जो कानून बने हैं, उन कानूनों का कुम्भ मेले के दौरान कैसे पालन कराया जाये उसको लेकर बैठक में विस्तृत चर्चा की गई है. इसमें जो प्रवासी बच्चे अपने माता पिता के साथ यहां पर आएंगे उनके पास अगर रहने की लिए कोई स्थान नहीं होगा, तब जिला प्रशासन द्वारा फिट फैसिलिटी की व्यवस्था कराई जाएगी.

ये भी पढ़ें-ट्रैफिक पुलिस सख्त, स्टीकर और नंबर प्लेट पर रुआब दिखाने वालों पर होगा एक्शन

उन्होंने कहा मेले के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चे सड़कों पर भीख नही मांगेंगे. बाल मजदूरी का कार्य नहीं करेंगे. मेले में बच्चे स्टाल और दुकानों पर लेबर के रूप में कार्य नहीं करेंगे. जो भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चे हैं उन्हें पुनर्वासित किया जाएगा.

Last Updated : Jan 7, 2021, 11:06 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details