हरिद्वार: कोरोना वायरस ने इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी बेबस कर दिया है. लॉकडाउन के दौरान एक तरफ जरूरतमंद भी परेशान हुए. वहीं, दूसरी तरफ बेजुबानों को खाना नहीं मिलने पर भी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. इस संकट की घड़ी में बेजुबानों की आवाज बने हैं हरिद्वार पुलिस के जवान मुकेश डिमरी.
मुकेश बीते तीन महीनों से भूखे-प्यासे जानवरों के लिए खाना और पानी का प्रबंध कर रहे हैं. हरकी पैड़ी में अपनी ड्यूटी के साथ-साथ मुकेश बंदरों, गाय और कुत्तों के लिए पिछले तीन महीने से खाना उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि वे शहरी आबादी की तरफ ना जाएं. मुकेश बीते 4 महीने से अपने घर से दूर हैं और ड्यूटी के बाद जानवरों की सेवा में जुट जाते हैं.
बेजुबानों की 'आवाज' बने मुकेश. ये भी पढ़ें:ETV BHARAT पर बाबा रामदेव का बड़ा बयान, दो हफ्ते में आ जाएगी कोरोना की दवा
मुकेश डिमरी के मुताबिक जिला प्रशासन तो जरूरतमंदों तक खाना पहुंचा दे रहा है, लेकिन बेजुबानों की देखरेख के लिए कोई नहीं था. समय पर खाना-पानी नहीं मिलने से जानवरों का रवैया उग्र हो गया था. जिसकी वजह वे थोड़ा हिंसक हो गए थे.
जानवरों की समस्या को देख मुकेश ने सुबह-शाम उनके खाने-पीने की व्यवस्था का बीड़ा उठाया. रिक्शा के द्वारा मुकेश जानवरों के सुबह-शाम केला, तरबूज, खरबूज जैसे फल खिला रहे हैं. मुकेश के मुताबिक फिलहाल उन्हें विभागीय मदद नहीं मिल रही है, ऐसे में वे खुद के खर्च में जानवरों को खाना खिला रहे हैं.