हरिद्वार: कुख्यात सुनील राठी को जब से हरिद्वार जेल में शिफ्ट किया गया है, तभी से हरिद्वार जेल प्रशासन और पुलिस का सिरदर्द बढ़ गया है. हालांकि हरिद्वार जेल प्रशासन हमेशा दावा करता है कि जेल अंदर किसी भी तरह की अनैतिक गतिविधियां नहीं चल रही है, लेकिन उनके दावों की हकीकत समय-समय पर बाहर आती रहती है. हरिद्वार जेल प्रशासन के दावों की हवा एक बार फिर निकल गई, जब रैंडम चेकिंग के दौरान हरिद्वार जेल में कैदी के पास से मोबाइल बरामद हुआ है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये पूरा मामला रविवार 9 अप्रैल का है. जेल प्रशासन की तरफ से जब रविवार को रैंडम चेकिंग की गई तो बैंरक नंबर एक में बंद एक कैदी के पास कीपैड वाला मोबाइल मिला. मोबाइल के साथ-साथ कैदी के पास से पावर बैंक और चार्जर डाटा केबल भी मिली. इस मामले में जेल प्रशासन ने हरिद्वार के सिडकुल थाने में तहरीर दी है. सिडकुल थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस मामले के सामने आने के बाद एक फिर से हरिद्वार जेल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हुए है.
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पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर को जेल में बंदी रक्षक बैरकों में रैंडम तलाशी ले रहे थे. बैरक नंबर एक में बंदीरक्षक अक्षय ने संदेह होने पर सुमित निवासी मजरी मोहल्ला जमालपुर थाना कनखल की तलाशी ली तो उसके पास से मोबाइल फोन बरामद हुआ. बंदी ने अपने अंडरवियर के अंदर कीपैड वाला मोबाइल फोन छिपा रखा था, जबकि सिम पॉवर बैंक, चार्जर डाटा केबल आदि भी बरामद हुआ, जिसकी सूचना बंदी रक्षक ने तुरंत जेल अफसरों को दी.
मोबाइल को जब्त करते हुए प्रभारी जेलर प्यारे लाल आर्य ने सिडकुल थाने में तहरीर दी. सिडकुल थाना प्रभारी रमेश सिंह तनवार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. हरिद्वार के जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य से जब इस विषय पर बातचीत की तो उन्होंने बताया कि उनकी तरफ से सभी बैरकों में रैंडम चेकिंग की जाती है. इसी के साथ सभी पर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जाती है. हरिद्वार के सिडकुल थाने में इसकी कॉल डिटेल इत्यादि जानने के लिए तहरीर भी दे दी है.
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बता दें कि हरिद्वार जेल में कुख्यात सुनील राठी और प्रवीण वाल्मीकि जैसे अपराधी बंद है, जिनको लेकर हमेशा खबर आती रहती है कि वो जेल में से ही अपना गैंग चला रहे है. हालांकि हमेशा इन आरोपों से इंकार करता रहा है.