हरिद्वार: आज सर्व पितृ अमावस्या (Sarva Pitru Amavasya) के दिन सभी लोग अपने-अपने पितरों का तर्पण और श्राद्ध (tarpan and shraadh of ancestor) कर रहे हैं. वहीं, हरिद्वार में एक संस्था ऐसी भी है, जो इतिहास में हुए देश के विभाजन, दंगे और हिंसा में मारे गए हिंदुओं के लिए हरिद्वार के नमामि गंगे घाट पर सामूहिक तर्पण (Mass Tarpan at Namami Gange Ghat) कर रही है.
बता दें कि अयोध्या फाउंडेशन (Ayodhya Foundation) के तत्वाधान में आयोजित इस सामूहिक तर्पण में पांच करोड़ मृतक हिन्दुओं का तर्पण (Tarpan of five crore dead Hindus) किया गया, जो इतिहास में हुए युद्ध, दंगे और हिंसा में मारे गए थे. इस दौरान मीनाक्षी शरण ने कहा आंकड़ों के अनुसार बीते 1400 वर्षों में लगभग 50 करोड़ हिन्दुओ की हत्या केवल उनकी धार्मिक पहचान के कारण हुई है.
हरिद्वार में 5 करोड़ मृतक हिंदुओं का सामूहिक तर्पण हुआ. इनमें से अधिकांश हिन्दू भारत पर हुए आक्रमण और धर्म परिवर्तन का विरोध (protest against religious conversion) करते हुए मारे गए. एक बड़ी संख्या में हिन्दू धर्मावलंबियों ने भारत के विभाजन के समय अपना बलिदान दिया. इन हिन्दुओं का ना तो शास्त्र सम्मत अंतिम संस्कार हुआ और ना ही उनका तर्पण. यहां तक कि इन लोगों को अब तो भुला भी दिया गया है.
ये भी पढ़ें:नानकमत्ता का नाम श्री नानकमत्ता साहिब होगा, CM धामी का ऐलान
कमल गौतम ने कहा उनका उद्देश्य भारतीय समाज को इन बलिदानों के प्रति जागृत करना है. हम हमारे हिंदू भाइयों के द्वारा दिए गए बलिदानों को भूल गए हैं. यहां तक कि उन्हें हम अब याद भी नहीं करते. इस भारत देश और हिंदू धर्म को बचाने के लिए कई लोगों ने अपनी बलि तक दी है. उनका ऋण हम जीवन भर नहीं भुला सकते. इस सामूहिक तर्पण को कराने का उद्देश्य यही है कि उन सभी हिंदू आत्माओं को मोक्ष की प्राप्ति हो.
वहीं, मसूरी में अग्रवाल युवा प्रकोष्ठ ने सामूहिक अग्रवाल समाज के पितरों का विसर्जन किया. इस मौके पर मसूरी अपर माल रोड स्थित अग्रसेन मंदिर पर विशेष पूजा पाठ का आयोजन किया गया. जिसमें संस्कृत विद्यालय के पंडितों ने विशेष मंत्र उच्चारण कर पूजा अर्चना की. इस मौके पर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें सभी वर्गों के लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया.