उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

कल शाम पहुंचेगा शहीद यमुना प्रसाद पनेरु का पार्थिव शरीर, चित्रसिला घाट पर होगा अंतिम संस्कार - Martyr Yamuna Prasad Panneru's body will reach Gorapadav tomorrow evening

शहीद यमुना प्रसाद पनेरु का पार्थिव शरीर अभी भी जम्मू-कश्मीर में सेना कैंप में है. बताया जा रहा है कि शनिवार देर शाम उनका पार्थिव शरीर उनके आवास पहुंचेगा.

martyr-yamuna-prasad-pannerus-body-will-reach-gorapadav-tomorrow-evening
कल शाम पहुंचेगा शहीद यमुना प्रसाद पनेरु का पार्थिव शरीर

By

Published : Jun 12, 2020, 9:21 PM IST

हल्द्वानी:गोरापड़ाव के रहने वाले शहीद यमुना प्रसाद पनेरु का पार्थिव शरीर कल देर शाम उनके पैतृक आवास पहुंचेगा. जिसके बाद शहीद की पार्थिव शरीर दर्शनार्थ रखा जाएगा. रविवार को काठगोदाम चित्रसिला घाट पर शहीद यमुना प्रसाद पनेरु का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

कल शाम पहुंचेगा शहीद यमुना प्रसाद पनेरु का पार्थिव शरीर
मिली जानकारी के अनुसार शहीद यमुना प्रसाद पनेरु का पार्थिव शरीर अभी भी जम्मू-कश्मीर में सेना कैंप में है. बताया जा रहा है कि शनिवार देर शाम उनका पार्थिव शरीर उनके आवास पहुंचेगा, जबकि रविवार को उनका अंतिम संस्कार काठगोदाम स्थित चित्रशाला घाट पर किया जाएगा. वहीं, यमुना प्रसाद पनेरु के शहीद होने की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर है. जनप्रतिनिधि उनके घर पहुंच कर परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं.

पढ़ें-जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सूबेदार यमुना प्रसाद शहीद, घर में पसरा मातम

बता दें कुमाऊं रेजिमेंट के सूबेदार यमुना प्रसाद पनेरू (39) जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में एलओसी के पास एक हादसे में शहीद हो गए थे. सूबेदार पनेरू उत्तरी कश्मीर के गुरेज (बांडीपोर) सेक्टर में गुरुवार को एलओसी पर अपने साथियों के साथ गश्त कर रहे थे, तभी पहाड़ी पर चढ़ाई के दौरान उनका पैर फिसला और वे गहरी खाई में जा गिरे. साथी जवानों के तत्काल सूबेदार पनेरू का रेस्क्यू कर खाई में बाहर निकाला और हेलीकॉप्टर से उन्हें श्रीनगर में सेना के बेस अस्पताल में लेकर गए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

पढ़ें-शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने लिया ETV BHARAT की खबर का संज्ञान, मनीषा की मदद का जताया भरोसा

शहीद सूबेदार यमुना प्रसाद पनेरु 2002 में सेना में भर्ती हुए थे, जबकि 2012 में उन्होंने एवरेस्ट चोटी की फतेह कर रिकॉर्ड अपने नाम किया था. मूल रूप से नैनीताल जनपद के ओखलकांडा के पदमपुरी के रहने वाले शहीद यमुना प्रसाद अपने तीन भाइयों के साथ गोरापड़ाव के अर्जुनपुर गांव में रहते थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details