हरिद्वार: बैरागी कैंप में लगी आग ने केवल झोपड़ियां जलाई हैं, बल्कि इस आग में कई सपने भी जलकर राख हो गये हैं. यहां किसी की सगाई के लिए आया सामान आग की भेंट चढ़ गया तो किसी के बचपन की उड़ान भरती साइकिल भी जलकर स्वाह हो गई. इतना ही नहीं यहां कई लोग ऐसे भी थे जो जलती आग में अपने जीवन भर की जमा पूंजी को आंखों के सामने जलते देख रहे थे. बेबसी ऐसी की कुछ किया भी नहीं जा सकता था. यहां मजबूर लोग बेबस आंखों से अपने सपनों को स्वाह होते देखते रहे.
आज दोपहर को कुंभ मेला क्षेत्र के बैरागी कैंप में एकाएक आग की लपटें देखकर वहां के रहवासी भागने लगे. कोई बच्चे गोद में लेकर भागा तो कोई गृहस्थी हाथ में उठाकर, वहीं, किसी की आंखों के सामने बेटी की शादी के सपने खाक हुए, तो वहीं, मासूम भी इस आग की मार से भी नहीं बच पाये . यहां पलक झपकते ही यहां सब कुछ जलकर राख हो गया.
बुधवार दोपहर में एक झोपड़ी से शुरू हुई चिंगारी ने सैकड़ों झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया. जिसमें न जाने कितने गरीब परिवारों का सब कुछ खाक हो गया. कुछ नजारे तो हर किसी की आंख में आंसू लेने वाले थे. ऐसा ही एक दृश्य तब देखने को मिला जब एक बच्चा लगभग आधे घंटे लगातार हैंडपम्प से पानी लाकर आग बुझाने की कोशिश करता रहा, ये बच्चा झोपड़ी में रखी अपनी साइकिल को बचाने के लिए हर वो कुछ करता रहा जो वो कर सकता था, मगर अफसोस ये बच्चा अपनी साइकिल को नहीं बचा सका.
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