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बैरागी कैंप में बेबस आंखों से सपनों को स्वाह होते देखती रही 'मजबूरियां', बहते रहे आंसू - Fire in Haridwar Kumbh Mela area

हरिद्वार बैरागी कैंप में हुए अग्निकांड में 30 से 40 झोपड़ियों के जलने की सूचना है. हालांकि, अभी पूरे नुकसान का आकलन नहीं किया जा सका है.

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बैरागी कैंप में लगी आग.

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Published : Mar 24, 2021, 10:49 PM IST

हरिद्वार: बैरागी कैंप में लगी आग ने केवल झोपड़ियां जलाई हैं, बल्कि इस आग में कई सपने भी जलकर राख हो गये हैं. यहां किसी की सगाई के लिए आया सामान आग की भेंट चढ़ गया तो किसी के बचपन की उड़ान भरती साइकिल भी जलकर स्वाह हो गई. इतना ही नहीं यहां कई लोग ऐसे भी थे जो जलती आग में अपने जीवन भर की जमा पूंजी को आंखों के सामने जलते देख रहे थे. बेबसी ऐसी की कुछ किया भी नहीं जा सकता था. यहां मजबूर लोग बेबस आंखों से अपने सपनों को स्वाह होते देखते रहे.

बैरागी कैंप में लगी आग

आज दोपहर को कुंभ मेला क्षेत्र के बैरागी कैंप में एकाएक आग की लपटें देखकर वहां के रहवासी भागने लगे. कोई बच्चे गोद में लेकर भागा तो कोई गृहस्थी हाथ में उठाकर, वहीं, किसी की आंखों के सामने बेटी की शादी के सपने खाक हुए, तो वहीं, मासूम भी इस आग की मार से भी नहीं बच पाये . यहां पलक झपकते ही यहां सब कुछ जलकर राख हो गया.

बैरागी कैंप में लगी आग.

बुधवार दोपहर में एक झोपड़ी से शुरू हुई चिंगारी ने सैकड़ों झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया. जिसमें न जाने कितने गरीब परिवारों का सब कुछ खाक हो गया. कुछ नजारे तो हर किसी की आंख में आंसू लेने वाले थे. ऐसा ही एक दृश्य तब देखने को मिला जब एक बच्चा लगभग आधे घंटे लगातार हैंडपम्प से पानी लाकर आग बुझाने की कोशिश करता रहा, ये बच्चा झोपड़ी में रखी अपनी साइकिल को बचाने के लिए हर वो कुछ करता रहा जो वो कर सकता था, मगर अफसोस ये बच्चा अपनी साइकिल को नहीं बचा सका.

जलकर राख हुई मासूम की साइकिल

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ऐसा ही एक दर्द विदारक दृश्य एक और घर में देखने को मिला. जहां लड़की की सगाई की सभी तैयारियां हो चुकी थी. कन्या दान में देने वाला सभी सामान भी आ चुका था. घर पर सभी मेहमान भी आये हुए थे. तभी अचानक लगी आग ने सब तबाह कर दिया.

आग बुझाने के लिए पानी भरता मासूम

वहीं, झोपड़ी में लगी आग पर काबू पाने के बाद परिवार की आंखों में अपनी बेटी की शादी के सपने को राख में देखकर आंसू छलक आए. बेटी की शादी के दहेज के लिए बक्से में रखा सामान खाक हो चुका था. अब हालत ये हैं कि अब घर मे रात के खाने के लिये भी कुछ नहीं बचा है.

आग में जलकर राख हुई झोपड़ियां

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बता दें इस अग्निकांड में 30 से 40 झोपड़ियों के जलने की सूचना है. हालांकि, अभी पूरे नुकसान का आकलन नहीं किया जा सका है.आज लगी आग की भयावता को देखने वाले सभी लोगों के मन से यही आह निकल रही थी कि ईश्वर ऐसा किसी के साथ न करे.

बेटी की शादी के आया सामान भी हुआ स्वाह.

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