हरिद्वार: राजाजी नेशनल पार्क के अंतर्गत आने वाली मनसा देवी की पहाड़ी का जंगल पिछले दो दिन से धधक रहा है. लेकिन वन विभाग है कि इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है. वन विभाग का ये शिथिल रवैया तब है, जब वन मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक साफ कर चुके हैं कि वनाग्नि को बुझाने के लिए तत्काल प्रभाव से काम किया जाए. लेकिन विभाग को मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री के आदेशों से शायद कोई फर्क ही नहीं पड़ता है.
उत्तराखंड में हर साल 15 फरवरी से लेकर 15 जून तक फायर सीजन घोषित किया जाता है. इस दौरान जंगलों में आग लगने की घटनाएं सबसे ज्यादा बढ़ती हैं. फायर सीजन में आग की घटनाओं पर काबू करने के लिए सरकार की तरफ से हर साल करोड़ों रुपए का बजट तैयार किया जाता है. जिसका इस्तेमाल भी होता है, लेकिन ये अलग बात है कि जमीन स्तर पर उसका कोई असर नहीं दिखाता है. यही कारण है कि हर साल कई हजार हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो जाते हैं.