हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में आईसीआईसीआई होम फाइनेंस कंपनी से धोखाधड़ी कर 28 लाख रुपये का लोन लेने के मामले में पुलिस ने फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि, फरार चल रहे अन्य पांच आरोपियों की तलाश जारी है. ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि आईसीआईसीआई होम फाइनेंस कंपनी के क्षेत्रीय व्यापार प्रबंधक अवधेश अग्रवाल ने बीते 31 जनवरी को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 28 लाख रुपये का लोन लेने के मामले में छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
Haridwar Loan Fraud: फर्जी कागजात के जरिए पहले लिया 28 लाख का लोन, फिर खरीदा प्लॉट, गिरफ्तार - आईसीआईसीआई होम फाइनेंस कंपनी से धोखाधड़ी
हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में जालसाजी का अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने आईसीआईसीआई होम फाइनेंस कंपनी से फर्जी कागजात के जरिए 28 लाख का लोन लिया. इसके बाद उसने प्लॉट खरीद लिया. ये शख्स पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. अब बैंक के कुछ कर्मचारी रडार पर हैं.
जांच में पता चला कि आरोपियों ने कूटरचित दस्तावेज बैंक में दिखाकर लोन प्राप्त किया और इसके बाद प्लॉट खरीदा. जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी राजकुमार निवासी दुर्गा विहार राजलोक कॉलोनी ज्वालापुर को त्रिमूर्तिनगर से गिरफ्तार कर लिया है. कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि आरोपी ने फर्जीवाड़ा करने के बाद प्लॉट की रजिस्ट्री कराई थी. उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है. उसकी पत्नी सोनिया, बेटे संदीप सहित अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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कुछ कर्मचारियों पर भी संदेह: कूटरचित एवं फर्जी दस्तावेजों के जरिए 28 लाख का लोन स्वीकृत करने के मामले में कुछ कर्मचारी भी संदेह के घेरे में हैं. यह वह लोग हैं जिन्होंने कागजों को सत्यापित किया था. विभागीय कर्मियों की इसी लापरवाही का फायदा उठाकर बैंक को इतना बड़ा धोखा दिया गया. इस मामले में भले अभी 6 लोगों को आरोपी बनाया गया है, लेकिन पुलिस के निशाने पर बैंक के अंदर बैठे इन धोखेबाज लोगों की मदद करने वाले कुछ लोग भी संदेह के घेरे में हैं. जिनकी जांच अभी भी चल रही है. जल्द ही इस मामले में पुलिस कुछ और लोगों को भी सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है.